बंगाल के गवर्नर लार्ड क्लाइव (Lord Clive) कार्यकाल – 1757-1760 एंव 1765 -1767 लार्डक्लाइव ईस्ट इंडिया कम्पनी द्वारा भारत में नियुक्त होने वाला प्रथम गवर्नर था। ईस्टइंडिया कंपनी ने 1757 में बंगाल का गवर्नर नियुक्तकिया। लार्डक्लाइव को भारत में अंग्रेजी शासन का जन्मदाता माना जाता है। क्लाइवने बंगाल में द्वैध शासन की व्यवस्था की, जिसके तहत राजस्व वसूलने, सैनिक संरक्षण एंव विदेशी मामलेकम्पनी के अधीन थे, जबकि शासन चलाने की जिम्मेदारी नवाबो के हाथ में थी। 1757 काप्लासी का युद्ध (Battle of Plassey) भी लार्ड क्लाइव के नेतृत्व में लड़ा गया। बंगाल के गवर्नर-जनरल वारेन हेस्टिंग्स (Warren Hastings) कार्यकाल – 20 अक्टूबर 1773 – 1 फ़रवरी 1785 1773 ई.में रेग्युलेटिंग एक्ट के द्वारा वारेन हेस्टिंग्स को बंगाल का प्रथम गवर्नर जनरल बनाया गया, जिसने बंगाल में स्थापित द्वैध शासन प्रथा को समाप्त कर दिया एंव प्रत्येक जिले में फौजदारी तथा दीवानी अदालतों की स्थापना की। हेस्टिंग्सके समय में रेग्युलेटिंग एक्ट के तहत 1774 में कलकत्ता में उच्च न्यायालय की स्थापना की गयी। हेस्टिंग्सने बंगाली ब्राह्मण नन्द कुमार पर झूठा आरोप लगा कर न्यायालय से फाँसी की सजा दिलवाई। प्रथमएंव द्वितीय आंग्ल मराठा युद्ध वारेन हेस्टिंग्स के समय में ही लड़े गए, प्रथम आंग्ल मराठा युद्ध (1775 –1782 ई.) जो सलबाई की संधि (1782 ई.) से समाप्त हुआ एंव द्वितीय आंग्ल-मराठा युद्ध (1780 -1784 ई.) जो मंगलोर की संधि (1784 ई.) के द्वारा समाप्त हुआ। हेस्टिंग्सके समय में 1784 ई. को एशियाटिक सोसायटी ऑफ़ बंगाल (Asiatic Society of Bangal) की स्थापना हुई। हेस्टिंग्सके समय में ही बोर्ड ऑफ़ रेवेन्यू (Board of Revenue) की स्थापना हुई। हेस्टिंग्सने 1781 ई. में कलकत्ता में प्रथम मदरसा की स्थापना की। हेस्टिंग्सके समय में 1782 ई. को जोनाथन डंकन ने बनारस में संस्कृत विद्यालय की स्थापना की। वारेनहेस्टिंग्स के समय में ही पिट्स इंडिया एक्ट (Pitt’s India Act) पारित हुआ, जिसके द्वारा बोर्ड ऑफ़ कंट्रोल की स्थापना हुई| पिट्सएक्ट के विरोध में इस्तीफ़ा देकर जब वारेन हेस्टिग्स फ़रवरी, 1785 ई. में इंग्लैण्ड पहुँचा, तो बर्क द्वारा उसके ऊपर महाभियोग लगाया गया। ब्रिटिश पार्लियामेंट में यह महाभियोग 1788 ई. से 1795 ई. तक चला, परन्तु अन्त में उसे आरोपों से मुक्त कर दिया गया। सर जॉन मैकफरसन (Sir John Mecpherson) कार्यकाल – 1 फ़रवरी 1785 – 12 सितंबर 1786 इन्हेंअस्थायी गवर्नर जनरल नियुक्त किया था। लार्ड कॉर्नवालिस ( Lord Cornwallis) कार्यकाल – 12 सितंबर 1786 – 28 अक्टूबर 1793 लार्डकॉर्नवॉलिस को भारत में सिवल सेवा एंव पुलिस …
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