त्रिपक्षीय संघर्ष (गुर्जर प्रतिहार, पाल और राष्ट्रकूट)

किस पर स्वामित्व के लिए पाल, प्रतिहार एवं राष्ट्रकूट के बीच त्रिपक्षीय संघर्ष हुआ – कन्नौज

अग्निकुल के राजपूतों में सर्वाधिक प्रसिद्ध -राजवंश कौन था – प्रतिहार

त्रिपक्षीय संघर्ष की पहल किसने की  – वत्सराज

त्रिपक्षीय संघर्ष का आरंभ किस सदी में हुआ  – 8वीं सदी ई. में

त्रिपक्षीय संघर्ष का आरंभ और अंत किस राजवंश ने किया  – प्रतिहार

वत्सराज गद्दी पर कब बैठा  – 785 ई. में

गुर्जर प्रतिहार वंश का संस्थापक कौन था – नागभट्ट प्रथम 

पाल वंश का संस्थापक कौन – गोपाल था 

पाल वंश की स्थापना कब की गयी – 750

गोपाल किस धर्म का अनुयायी था – बौद्ध धर्म का

गोपाल का उत्तराधिकारी हुआ – उसका पुत्र धर्मपाल

कौन धर्मपाल को किसने पराजित किया था – नागभट्ट द्वितीय एवं राष्ट्रकूट नरेश ध्रुव ने

‘उत्तरापथस्वामिन’ धर्मपाल को किसने कहा  – सोढल कवि ने

धर्मपाल किस धर्म का अनुयायी था – बौद्ध धर्म का 

विक्रमशिला विश्वविद्यालय की स्थापना किसने किया – धर्मपाल ने

धर्मपाल का उत्तराधिकारी कौन था – देवपाल

किसने देवपाल को भारत का सबसे शक्तिशाली शासक बताया – अरब या

मिहिर भोज ने किसकी उपाधि धारण की थी  – आदिवाराह की

प्रतिहार साम्राज्य का विस्तार मगध एवं उत्तरी बंगाल तक किसने किया – महेन्द्र पाल महेन्द्र 

पाल के गुरू कौन थे – राजशेखर

‘काव्यमीमांसा’ एवं कर्पूरमंजरी किसकी प्रसिद्ध कृति है – राजशेखर की

महेन्द्रपाल के बाद कौन शासक बना – महिपाल

बगदाद निवासी अल-मसूदी किसके समय में भारत आया था – महिपाल के

राष्ट्रकुट वंश की स्थापना कब की गयी – 752 ई. में

राष्ट्रकूट वंश का संस्थापक कौन था – दंतिदुर्ग 

दंतिदुर्ग ने अपनी राजधानी कहाँ बनाई  – मान्यखेत (मालखण्ड)

दंतिदुर्ग ने कहाँ हिरण्यगर्भ दान किया था -उज्जयिनी में

दतिदुर्ग ने कौन-कौन-सी उपाधियाँ धारण की थी – महाराजाधिराज, परमेश्वर एवं परमभट्टारक की

दंतिदुर्ग का उत्तराधिकारी कौन हुआ – कृष्ण प्रथम

चंदबरदाई के पृथ्वीराज रासो के अनुसार परमार, प्रतिहार, चालुक्य तथा चौहान किससे उत्पन्न हुए थे – अग्निकुण्ड से

पाल नरेश धर्मपाल को किसने पराजित किया  – वत्सराज ने

नागभट्ट द्वितीय किसका पुत्र था – वत्सराज का 

मुंगेर के समीप धर्मपाल को किसने पराजित किया – नागभट्ट द्वितीय ने

प्रतिहार वंश का सर्वाधिक प्रतापी एवं महान शासक कौन हुआ – मिहिरभोज

बंगाल का प्राचीन नाम क्या था  – गौड़

पाल वंश का अंतिम शासक कौन था – मदन पाल

धारावर्ष ध्रुव का उत्तराधिकारी कौन हुआ  – गोविन्द तृतीय

गोविन्द तृतीय ने किस युद्ध में धर्मपाल तथा प्रतिहार नरेश नागभट्ट द्वितीय को पराजित कर कन्नौज पर अधिकार कर लिया – चक्रायुद्ध 

गोविन्द तृतीय के बाद राजगद्दी पर कौन बैठा – अमोघवर्ष (814 ई. में)

राष्ट्रकूट काल में राष्ट्र (प्रांत) का प्रधान कहलाता था – राष्ट्रपति +++

अमोघवर्ष ने किसकी रचना की थी – कविराज मार्ग की

अलमसूदी किस शासक के समय भारत आया था  – इन्द्र तृतीय के 

इन्द्र तृतीय को मिहिर भोज को किससे पराजित होना पड़ा – पाल नरेश धर्मपाल एवं राष्ट्रकूट नरेश ध्रुव से

अरबी यात्री सुलेमान किसके शासन काल में भारत आया – मिहिर भोज के 

एलौरा का विख्यात गुहा मंदिर किसने बनवाया  – कृष्ण प्रथम ध्रुव ने

कन्नौज पर अधिकार करने हेतु किसको पराजित किया – वत्सराज एवं धर्मपाल को

किस राजवंश का काल कन्नड़ साहित्य के उत्पत्ति का काल माना जाता है – राष्ट्रकूट तंजाबुर में 

विजय स्तम्भ किसने बनवाया था – कृष्ण प्रथम ने

कृष्ण तृतीय ने किसे पराजित कर कांची एवं तंजापुर पर अधिकार कर लिया – चोलों को 

एलोरा गुफाओं का निर्माण कराया था – राष्ट्रकूटों ने

एलोरा में गुफाओं एवं शैलकृत मंदिरों का सम्बन्ध है – हिन्दुओं, बौद्धों एवं जैनों से 

रावण का खाई, देशावतार, कैलाश गुफा मंदिर कहाँ मिलते हैं – एलोरा में

देवपाल ने अपनी राजधानी कहाँ बनाई – मुंगेर में

पाल वंश की खोई हुई शक्ति को किसने पुनजीर्वित किया – महिपाल प्रथम ने 

पाल वंश का द्वितीय संस्थापक किसे माना जाता है – महिपाल प्रथम को

पाल वंश के पतन के बाद कौन वंश सत्ता में आया – सेन वंश