संगम काल

संगमयुगीन राजा की सभा का सबसे बड़ा न्यायालय क्या कहलाता था – मन्नरम

संगम युगीन इतिहास जानने के महत्वपूर्ण स्रोत क्या है – संगमयुगीन साहित्य

संगम साहित्य से कौन-सा क्षेत्र का इतिहास जाना जाता है – दक्षिण भारत का इतिहास

संगम साहित्य में किसे महाकाव्य स्वीकार किया गया है – शिल्पादिकारम

व्याकरण की दृष्टि से संगम युग की सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण रचना कौन-सी है – तोलकापिपयम

संगम साहित्य का संकलन तीन संगमों में किया गया है। तीनों संगमों का आयोजन किस वंश के शासकों के संरक्षण में किया गया – पाण्ड्य

संगम का तात्पर्य क्या है – तमिल भाषाओं के वि‌द्वानों की सभाएँ

संगमयुगीन दक्षिण भारत में भगवान कृष्ण की तुलना किस देवता से की गई है – मैयों देवता से 

‘तमिल काव्य का ओडिसी’ कहा जाता है – मणिमेकलाई

‘तमिल काव्य का इलियड’ कहा जाता है – शिल्पा दिकारम

तमिलों के सबसे प्राचीन देवता कौन थे – मुरुगन

संगमयुगीन सेनानायक को क्या कहा जाता था – एनाडि

संगम युग में मन्त्रियों को क्या कहा जाता था – अमैच्चार पाण्ड्य वंश का प्रमुख केन्द्र कौन सा था – मदुरई

संगम युग में न्याय का कार्य कौन नहीं करता था – पुरोहित

संगम युग में ‘इराबू क्या था – राजा को दिया जाने वाला उपहार

संगम युग में ‘कराई क्या था – एक प्रकार का भू-कर

संगम युग में किस प्रकार के गाँव को ‘मुडुर’ कहा जाता था – पुराने गाँव को

संगमकालीन साहित्य में ‘कोन’, ‘को’ एवं ‘मन्नन’ किसके लिए प्रयुक्त होते थे – राजा

चोल शासकों में सर्वश्रेष्ठ शासक कौन था – करिकाल

किस शासक ने श्रीलंका को विजित कर श्रीलंका पर पचास वर्ष तक शासन किया – एलारा

दक्षिण भारत का प्रसिद्ध तक्कोलम का युद्ध किसके बीच हुआ था – चोल एवं राष्ट्रकूटों के मध्य

संगम युग में चेर वंश के किस शासक ने ‘पत्नी पन्थ की स्थापना की थी – सेनगुट्नुवन संगम युग में

महत्वपूर्ण व्यापारिक केन्द्र प्रतिष्ठात किस नदी के किनारे अवस्थित था – गोदाबरी

आधुनिक कावेरी पत्तनम (पुहार) की स्थापना किसके द्वारा की गई थी – करिकाल द्वारा

किस राजवंशों में शासक अपने शासनकाल में ही अपना उत्तराधिकारी घोषित कर देते थे – चोल

संगम युग में अष्टादश लघु उपदेश गीत ‘कुरल’ किसकी रचना थी – तिरुवल्लुवर

संगम युग में ‘ओर्रर’ या ‘वै’ किसे कहा गया है – गुप्तचर को

संगमयुगीन समाज में किस व्यवस्था का अभाव थ – वर्ण व्यवस्था का

धार्मिक कविताओं का संकलन ‘कुरल’ किस भाषा में है – तमिल

प्रथम शताब्दी में पाण्ड्यों ने किसे अपनी राजधानी बनाया – मदुरै को

संगम साहित्य का प्रमुख विषय’ शृंगार’ तथा ‘वीरगाथा’ है, जिसे क्या कहा गया है – अहम एवं पुरम

संगमयुगीन विद्यार्थियों को क्या कहा जाता था – पिल्लै

किसने उल्लेख किया है कि ‘नंदो ने अपना कोष’ गंगा की धारा में छुपा रखा था – मामूलनार ने

दक्षिण भारत में ईसा पूर्व किस-किस साम्राज्य का विकास हुआ – चोल, पाण्ड्य एवं चेर का

चोल वंश का प्रमुख केन्द्र कौन-सा था – तंजौर

पाण्ड्यों का सर्वप्रथम उल्लेख किसने किया – टॉलेमी ने

पाण्ड्यों की प्रारम्भिक राजधानी कहाँ थी – कोरकै