भारतीय संस्थानों की स्थिति
- QS 2026 में 54 भारतीय संस्थान शामिल हुए, 2025 में 46 और 2024 में 45 थे।
- 2014 में केवल 11 संस्थान शामिल थे — 390% की वृद्धि।
- भारत अब चौथा सबसे अधिक प्रतिनिधित्व वाला देश है (अमेरिका-192, यूके-90, चीन-72 के बाद)।
- 2026 में 8 नए भारतीय विश्वविद्यालय शामिल हुए — किसी भी देश से सबसे अधिक।
शीर्ष 500 में प्रदर्शन
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टॉप 500 में भारतीय संस्थानों की संख्या 12 से घटकर 11 हुई (2026 में)।
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शीर्ष 200 में तीन संस्थान:
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IIT दिल्ली (123वां स्थान) – अब तक की सर्वश्रेष्ठ रैंक
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IIT बॉम्बे (129वां स्थान) – पिछली बार 118
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IIT मद्रास (180वां स्थान) – पहली बार टॉप 200 में, 47 स्थान की छलांग
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अन्य टॉप 500 संस्थान:
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IIT खड़गपुर (215)
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IISc बेंगलुरु (219)
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IIT कानपुर (222)
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दिल्ली विश्वविद्यालय (328)
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अन्ना यूनिवर्सिटी (465)
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प्रमुख संकेतक प्रदर्शन
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Employer Reputation में भारत का औसत स्कोर: 24.9
(चीन – 23.7, फिनलैंड – 23.1, फ्रांस – 21.5 से बेहतर) -
Citations per Faculty (शोध प्रभाव):
भारत – 43.7 (जर्मनी – 41.6, यूके – 39.2, अमेरिका – 38.1 से बेहतर) -
IIT दिल्ली की व्यक्तिगत रैंकिंग:
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Employer Reputation: 50वां
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Citations per Faculty: 86वां
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Academic Reputation: 142वां
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Sustainability: 172वां
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संस्थागत विविधता
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QS 2026 में 40% हिस्सेदारी निजी संस्थानों की रही।
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8 में से 7 नए शामिल संस्थान निजी हैं — निजी क्षेत्र का बढ़ता प्रभाव।
कमज़ोरियां और चुनौतियाँ
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78% भारतीय संस्थानों की International Students Ratio में गिरावट।
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कोई भी भारतीय संस्थान टॉप 500 में अंतरराष्ट्रीय छात्रों को आकर्षित करने में शामिल नहीं।
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Faculty-Student Ratio भी भारत की कमज़ोरी — सिर्फ O.P. Jindal Global University टॉप 350 में।
Sustainability में प्रदर्शन
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भारत ने चीन और ब्राज़ील से बेहतर प्रदर्शन किया (Knowledge Exchange, Environmental Research में)।
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लेकिन दक्षिण अफ्रीका से पीछे रहा कुल Sustainability Impact में।
QS रैंकिंग के 5 प्रमुख आयाम
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Research and Discovery (50%) – Academic Reputation, Citations per Faculty
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Employability and Outcomes (20%) – Employer Reputation, Employment Outcomes
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Learning Experience (10%)
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Global Engagement (15%) – विदेशी छात्र, स्टाफ, वैश्विक अनुसंधान
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Sustainability (5%) – ESG, SDG आधारित प्रभाव (2024 में जोड़ा गया)
Source: The Hindu