राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (National Human Rights Commission – NHRC), भारत ने मानवाधिकारों के प्रचार और संरक्षण की दिशा में युवाओं को जागरूक और सशक्त बनाने के उद्देश्य से अपने बहुप्रतीक्षित दो सप्ताह के ऑनलाइन लघु अवधि इंटर्नशिप (Online Short-Term Internship – OSTI) कार्यक्रम की शुरुआत कर दी है।
यह कार्यक्रम खासतौर पर विश्वविद्यालय स्तर के छात्रों के लिए तैयार किया गया है, ताकि वे भारत में मानवाधिकारों की भूमिका, उनके संवैधानिक और नैतिक आधार को समझ सकें और सामाजिक न्याय, समानता तथा गरिमा के मूल्यों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को मजबूत बना सकें।
चयन प्रक्रिया एवं सहभागिता
एनएचआरसी के आधिकारिक बयान के अनुसार, देशभर से कुल 1,795 छात्रों ने इस कार्यक्रम के लिए आवेदन किया, जिनमें से 21 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के विभिन्न शैक्षणिक पृष्ठभूमि वाले 80 छात्रों का चयन किया गया है। यह चयन प्रक्रिया काफी प्रतिस्पर्धात्मक रही और चयनित छात्रों को उनके शैक्षणिक योग्यता, सामाजिक जागरूकता तथा मानवाधिकारों में रुचि के आधार पर चुना गया।
उद्घाटन सत्र
इस इंटर्नशिप कार्यक्रम का उद्घाटन एनएचआरसी के सचिव जनरल श्री भरत लाल ने किया। उन्होंने छात्रों को संबोधित करते हुए युवाओं को भारत की 5000 वर्षों पुरानी सभ्यता के मूल्यों — करुणा, सहानुभूति और न्याय — का वाहक बताया। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे न्याय, समानता और गरिमा के सशक्त दूत बनें तथा इस अवसर का प्रयोग भारत के संविधानिक ढांचे और मानव गरिमा के सार को समझने में करें।
ऑनलाइन प्रारूप का उद्देश्य
श्री भरत लाल ने बताया कि इस इंटर्नशिप को ऑनलाइन प्रारूप में आयोजित करने का उद्देश्य देश के दूरस्थ और पिछड़े क्षेत्रों के छात्रों तक पहुंच बनाना है, ताकि वे बिना दिल्ली आने-जाने की यात्रा और आवास संबंधी परेशानियों के, घर बैठे मानवाधिकार शिक्षा प्राप्त कर सकें। यह डिजिटल पहल एनएचआरसी की पहुँच को व्यापक बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
उन्होंने भारत में मानवाधिकारों के इतिहास और विकास पर भी प्रकाश डाला, जिसमें संविधानिक प्रावधानों, सुप्रीम कोर्ट की भूमिका, और एनएचआरसी की कार्यप्रणाली को रेखांकित किया गया। उन्होंने बताया कि भारत की सांस्कृतिक विरासत में मानवीय मूल्यों की गहरी नींव है, जो आज भी मानवाधिकारों की रक्षा में सहायक है।
पाठ्यक्रम एवं गतिविधियाँ
एनएचआरसी के संयुक्त सचिव श्री समीर कुमार ने इस इंटर्नशिप के पाठ्यक्रम और गतिविधियों का विस्तृत खाका प्रस्तुत किया। इस कार्यक्रम में शामिल हैं:
विशेषज्ञ व्याख्यान (Expert Lectures): देश के विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों द्वारा मानवाधिकारों से जुड़े विषयों पर सत्र।
समूह एवं व्यक्तिगत प्रतियोगिताएं:
- पुस्तक समीक्षा (Book Review)
- वाद-विवाद / भाषण प्रतियोगिता (Declamation)
- शोध प्रस्तुतियाँ (Research Presentations)
संस्थानिक वर्चुअल भ्रमण
उदाहरण के लिए, तिहाड़ जेल का वर्चुअल दौरा कराया जाएगा, जिससे छात्रों को वास्तविक जीवन के मानवाधिकार परिदृश्यों की जानकारी मिल सके।
यह कार्यक्रम छात्रों को न केवल मानवाधिकारों की सैद्धांतिक समझ देगा, बल्कि उन्हें व्यवहारिक अनुभव से भी जोड़ेगा जिससे वे इस क्षेत्र में भविष्य में सक्रिय भूमिका निभा सकें।
इस प्रकार, यह दो सप्ताह का इंटर्नशिप कार्यक्रम भारत के युवाओं को मानवाधिकारों की दिशा में सशक्त और संवेदनशील नागरिक के रूप में तैयार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है।
Source: DD News