राष्ट्रीय सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए इसरो 10 रणनीतिक उपग्रहों का संचालन कर रहा है: इसरो अध्यक्ष

इसरो के अध्यक्ष डॉ. वी. नारायणन ने कहा है कि देश के नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए रणनीतिक उद्देश्य से 10 उपग्रह लगातार चौबीसों घंटे काम कर रहे हैं। कल अगरतला में मत्स्य पालन महाविद्यालय में केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय (सीएयू), इंफाल के पांचवें दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए इसरो अध्यक्ष ने कहा, अगर हमें अपने देश की सुरक्षा सुनिश्चित करनी है, तो हमें अपने 7,000 किलोमीटर के समुद्री इलाकों की निगरानी करनी होगी।

उन्होंने कहा, उपग्रह और ड्रोन तकनीक के बिना हम कई चीजें हासिल नहीं कर सकते। इसरो अध्यक्ष ने कहा कि कई उपग्रहों के माध्यम से इसरो कृषि, टेली-शिक्षा, टेली-मेडिसिन, टेलीविजन प्रसारण, मौसम पूर्वानुमान, पर्यावरण, खाद्य क्षेत्रों और सुरक्षा और रणनीतिक क्षेत्रों में आम लोगों की सेवा कर रहा है। डॉ. नारायणन ने कहा कि भारत नौ अंतरिक्ष क्षेत्रों में दुनिया में नंबर एक है। उन्होंने कहा कि चंद्रयान-1 मिशन ने चंद्रमा की सतह पर पानी के अणुओं के साक्ष्य खोजे भारत से 34 देशों के कम से कम 433 उपग्रहों को अंतरिक्ष में भेजा गया है।

उन्होंने कहा कि 1975 तक भारत में कोई उपग्रह प्रौद्योगिकी नहीं थी और देश अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के मामले में एक उन्नत देश की तुलना में 70 साल पीछे था। उन्होंने कहा कि आम आदमी के विकास के लिए उन्नत उपग्रह प्रौद्योगिकियों की आवश्यकता है। अंतरिक्ष विभाग के सचिव डॉ. नारायणन ने भविष्यवाणी की कि भारत अपनी आजादी के 100 साल पूरे होने से पहले हर क्षेत्र में महारथ हासिल कर लेगा और भारत दुनिया के लिए एक उत्कृष्ट योगदानकर्ता होगा। इसरो के चेयरमैन ने कहा कि आठ पूर्वोत्तर राज्यों में से प्रत्येक से लगभग 100 विज्ञान के छात्रों को अंतरिक्ष विज्ञान और प्रौद्योगिकी के बारे में जिज्ञासा जगाने और जागरूकता बढ़ाने के लिए बेंगलुरु में इसरो केंद्र का दौरा करने का अवसर मिलेगा। उन्होंने कहा कि इसरो और इसके कई उपग्रह पूर्वोत्तर राज्यों के विकास और क्षेत्र में कई परियोजनाओं के निष्पादन के लिए काम कर रहे हैं।

Source: NewsOnAir