वंदे भारत स्लीपर ट्रेन

वंदे भारत स्लीपर ट्रेनों की शुरुआत: अप्रैल से दिसंबर के बीच नौ ट्रेनें होंगी शुरू

रेल मंत्रालय ने घोषणा की है कि इस साल अप्रैल से दिसंबर के बीच नौ वंदे भारत स्लीपर ट्रेन सेट शुरू किए जाएंगे। ये फैसला वंदे भारत स्लीपर ट्रेन के प्रोटोटाइप के सफल परीक्षणों के बाद लिया गया है।

पहली ट्रेन के परीक्षण और निर्माण की प्रक्रिया
15 जनवरी को चेन्नई के इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (ICF) में बनी पहली 16-कोच वाली वंदे भारत स्लीपर ट्रेन का मुंबई से अहमदाबाद के बीच 540 किलोमीटर का लंबी दूरी का परीक्षण किया गया। ये परीक्षण रिसर्च डिज़ाइन्स एंड स्टैंडर्ड्स ऑर्गनाइज़ेशन (RDSO) द्वारा किया गया।

इससे पहले, 17 दिसंबर को ट्रेन के निर्माण के दो हफ्तों के अंदर ही इसे कोटा डिवीजन लाया गया था, जहां जनवरी के पहले हफ्ते में 30 से 40 किलोमीटर की छोटी दूरी के परीक्षण किए गए। इन परीक्षणों के दौरान ट्रेन ने 180 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से आरामदायक यात्रा का अनुभव प्रदान किया।

कोच और यात्री क्षमता
वंदे भारत स्लीपर ट्रेनों में तीन श्रेणियां होंगी:

  1. एसी फर्स्ट क्लास
  2. एसी टू-टियर
  3. एसी थ्री-टियर

इन ट्रेनों में कुल 1,128 यात्रियों के बैठने और सोने की व्यवस्था होगी।

खास सुविधाएं
इन ट्रेनों में कई उन्नत सुविधाएं दी जा रही हैं:

  • क्रैश बफर्स और डिफॉर्मेशन ट्यूब्स जैसी सुरक्षा सुविधाएं
  • फायर बैरियर वॉल
  • ऑटोमैटिक दरवाजे
  • कुशन वाली आरामदायक बर्थ
  • ऑनबोर्ड वाई-फाई
  • हवाई जहाज जैसी आधुनिक डिजाइन और अल्ट्रा-कम्फर्टेबल बर्थ

सुरक्षा मंजूरी और आगे की योजना
भारत की पहली वंदे भारत स्लीपर ट्रेन के संचालन से पहले RDSO अंतिम प्रमाण पत्र जारी करेगा, जो सभी परीक्षणों का विश्लेषण करेगा। इसके अलावा, रेलवे सुरक्षा आयुक्त भी ट्रेन की अधिकतम रफ्तार पर इसे जांचेगा और मंजूरी देगा।

भविष्य की योजनाएं
नौ ट्रेनों के अलावा भारतीय रेल ने 50 वंदे भारत स्लीपर ट्रेन सेट के लिए प्रोपल्शन इलेक्ट्रिक्स का बड़ा ऑर्डर दिया है।

  • 33 ट्रेन सेट्स के लिए प्रोपल्शन सिस्टम मेसर्स मेधा कंपनी देगी।
  • 17 ट्रेन सेट्स के लिए मेसर्स एल्सटॉम प्रोपल्शन सिस्टम बनाएगी।

यह ऑर्डर अगले दो साल में पूरा होने की उम्मीद है। 24-कोच वाली वंदे भारत स्लीपर ट्रेनों का पूर्ण उत्पादन 2026-27 में शुरू होगा।

वर्तमान में स्थिति
फिलहाल भारत में 136 वंदे भारत चेयर कार ट्रेनें चल रही हैं, जो मध्यम और कम दूरी की यात्रा के लिए हैं। लेकिन अब लंबी दूरी के यात्रियों के लिए भी वंदे भारत की स्लीपर सेवा उपलब्ध होगी, जिससे यात्रा और अधिक आरामदायक और तेज़ हो जाएगी।

Source: The Hindu