भारत ने अग्नि-4 बैलिस्टिक मिसाइल का सफल परीक्षण किया: मुख्य बिंदु
भारत ने ओडिशा के चांदीपुर में इंटीग्रेटेड टेस्ट रेंज से इंटरमीडिएट रेंज बैलिस्टिक मिसाइल (IRBM) अग्नि-4 का सफल परीक्षण किया। परीक्षण ने सभी परिचालन और तकनीकी मानकों की पुष्टि की, जिससे मिसाइल की विश्वसनीयता और प्रदर्शन सिद्ध हुआ।
SFC द्वारा पर्यवेक्षित: यह प्रक्षेपण भारत के सामरिक बल कमान (SFC) के तहत किया गया, जो भारत के परमाणु शस्त्रागार की देखरेख करता है।
रक्षा क्षमता को मजबूत करना: इस परीक्षण को भारत की परमाणु प्रतिरोधक क्षमता और समग्र रक्षा क्षमताओं को बढ़ाने के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर माना जा रहा है।
अग्नि-प्राइम परीक्षण: भारत ने अब्दुल कलाम द्वीप से नई पीढ़ी की अग्नि-प्राइम मिसाइल का भी सफलतापूर्वक परीक्षण किया, जो सभी परीक्षण उद्देश्यों को पूरा करती है।
परमाणु सक्षम मिसाइलें: अग्नि मिसाइल श्रृंखला, जो DRDO द्वारा विकसित की गई है, एक लंबी दूरी की, परमाणु-सक्षम सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइल प्रणाली है, जिसे भारत की रणनीतिक रक्षा को मजबूत करने के लिए डिजाइन किया गया है।
पेलोड क्षमता: 1,000 किलोग्राम
लॉन्चर प्रकार: रोड-मोबाइल
पिछला परीक्षण प्रदर्शन: 20 मिनट में 3,000 किमी की दूरी तय की (2012)
अग्नि मिसाइल श्रृंखला के मुख्य तथ्य
प्रकार: अग्नि मिसाइल श्रृंखला लंबी दूरी की, परमाणु-सक्षम, सतह से सतह पर मार करने वाली बैलिस्टिक मिसाइलों की होती है।
विकास: यह श्रृंखला भारत के रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) द्वारा विकसित की गई है।
दूरी:
अग्नि-I: 700-1,200 किमी
अग्नि-II: 2,000-3,500 किमी
अग्नि-III: 3,000-5,000 किमी
अग्नि-IV: 3,500-4,000 किमी
अग्नि-V: 5,000 किमी से अधिक
अग्नि-प्राइम: 1,000-2,000 किमी
वारहेड क्षमता: अग्नि मिसाइलें परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम हैं।
रणनीतिक महत्व: ये मिसाइलें भारत की परमाणु प्रतिरोध नीति और दूसरे हमले की क्षमता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।
संचालन कमान: ये मिसाइलें भारत के सामरिक बल कमान (SFC) के नियंत्रण में हैं।
लॉन्च सिस्टम: अग्नि मिसाइलें मोबाइल लॉन्चरों से प्रक्षेपित की जाती हैं, जिससे उनकी लचीलापन और गतिशीलता बढ़ती है।
पहला परीक्षण: अग्नि-I मिसाइल का पहला परीक्षण 1989 में किया गया था।
अग्नि-V: यह भारत की पहली अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) है, जो 5,000 किमी से अधिक दूरी तक के लक्ष्य को भेद सकती है।
अग्नि-प्राइम: श्रृंखला में नवीनतम, अग्नि-प्राइम, नई पीढ़ी की मिसाइल है, जिसमें उच्च सटीकता और कम वजन जैसी उन्नत सुविधाएं हैं।
आईएनएस तबर ने 22वें भारत-फ्रांस नौसैनिक अभ्यास वरुणा में भाग लिया
भारतीय नौसेना के अग्रिम पंक्ति के युद्धपोत आईएनएस तबर ने भूमध्य सागर में आयोजित भारत-फ्रांस द्विपक्षीय नौसैनिक अभ्यास वरुणा के 22वें संस्करण में भाग लिया।
भारतीय भागीदारी: भारतीय नौसेना का प्रतिनिधित्व आईएनएस तबर, एक शिपबोर्न हेलीकॉप्टर और लॉन्ग रेंज मैरिटाइम रिकॉनिसेंस (LRMR) विमान P8I द्वारा किया गया।
फ्रांसीसी भागीदारी: फ्रांसीसी नौसेना का प्रतिनिधित्व एफएस प्रोवेंस, पनडुब्बी सफ्रेन, अटलांटिक 2 विमान, एफ20 लड़ाकू विमान, एमबी339 फाइटर्स, और हेलीकॉप्टर एनएच90 और डौफिन द्वारा किया गया।
उद्देश्य: वरुणा दोनों नौसेनाओं की प्रतिबद्धता को उजागर करता है, जो अंतरसंचालनीयता बढ़ाने और समुद्री सहयोग को मजबूत करने के उद्देश्य से किया जाता है।
वरुणा का इतिहास: यह अभ्यास 2001 में शुरू हुआ था, जिसका उद्देश्य भारत-फ्रांस रक्षा संबंधों को मजबूत करना और सर्वोत्तम प्रक्रियाओं के आदान-प्रदान की सुविधा प्रदान करना है।
आवृत्ति: वरुणा हर साल आयोजित किया जाता है, जिसमें प्रत्येक संस्करण विभिन्न समुद्री क्षेत्रों जैसे भारतीय महासागर, अटलांटिक महासागर और भूमध्य सागर में होता है।
तकनीकी वस्त्र क्षेत्र में अनुसंधान एवं विकास (R&D) के लिए ₹1400 करोड़ और PLI के लिए ₹10,000 करोड़ का आवंटन
केंद्र सरकार ने तकनीकी वस्त्र क्षेत्र में अनुसंधान और विकास (R&D) के लिए ₹1,400 करोड़ और उत्पादन से जुड़े प्रोत्साहन (PLI) के लिए ₹10,000 करोड़ का आवंटन किया है।
नवाचार पर ध्यान: नई दिल्ली में “विकसित भारत-तकनीकी वस्त्रों के लिए सतत विकास” पर एक सम्मेलन में, कपड़ा मंत्री गिरिराज सिंह ने तकनीकी वस्त्रों में प्रगति पर सरकार के जोर को रेखांकित किया।
बढ़ती मांग: एयरोस्पेस, रक्षा, स्वच्छता, और कृषि जैसे क्षेत्रों में तकनीकी वस्त्रों की मांग में वृद्धि हो रही है।
छात्रों के लिए समर्थन: सरकार ने इस क्षेत्र में छात्रों के नवाचारों के लिए ₹50 लाख स्वीकृत किए हैं।
PLI का प्रभाव: 40 से अधिक उद्योग वर्तमान में PLI योजना के तहत काम कर रहे हैं, और यह योजना 2030 तक रोजगार सृजन के प्रमुख घटक के रूप में उभरने की उम्मीद है।
PLI:
उद्देश्य: PLI योजना का उद्देश्य कंपनियों को उनके अतिरिक्त उत्पादन और निवेश के आधार पर वित्तीय प्रोत्साहन देकर घरेलू विनिर्माण को बढ़ावा देना है।
प्रमुख क्षेत्र: इस योजना का लक्ष्य इलेक्ट्रॉनिक्स, ऑटोमोबाइल, फार्मास्यूटिकल्स, वस्त्र, दूरसंचार, सौर ऊर्जा और सफेद वस्त्र जैसे क्षेत्रों पर है।
वित्तीय समर्थन: प्रोत्साहन उत्पादन या बिक्री में वृद्धि के प्रतिशत के रूप में दिया जाता है, जो कंपनियों को अपने परिचालन का विस्तार करने के लिए प्रेरित करता है।
वैश्विक प्रतिस्पर्धा: इस योजना का उद्देश्य भारतीय उद्योगों को वैश्विक स्तर पर अधिक प्रतिस्पर्धी बनाना है, जिससे आयात पर निर्भरता कम हो और देश की निर्यात क्षमताओं में सुधार हो।
समय सीमा: विभिन्न क्षेत्रों के अनुसार 5 से 7 वर्षों की अवधि के लिए प्रोत्साहन दिए जाते हैं, जिसका उद्देश्य दीर्घकालिक सतत विकास स्थापित करना है।
बजट आवंटन: तकनीकी वस्त्र क्षेत्र के लिए, सरकार ने नवाचार, बुनियादी ढांचे और विस्तार का समर्थन करने के लिए PLI योजना के तहत ₹10,000 करोड़ का आवंटन किया है।
पेरिस पैरालंपिक्स: प्रवीण कुमार ने पुरुषों की हाई जंप T64 में जीता स्वर्ण पदक
भारतीय एथलीट प्रवीण कुमार ने पेरिस पैरालंपिक खेलों में पुरुषों की हाई जंप T64 फाइनल में 2.08 मीटर की रिकॉर्ड छलांग लगाकर स्वर्ण पदक जीता और एक नया क्षेत्रीय रिकॉर्ड स्थापित किया।
पदक तालिका अपडेट: भारत अब कुल 26 पदकों—6 स्वर्ण, 9 रजत, और 11 कांस्य के साथ पदक तालिका में 14वें स्थान पर है।
एथलीट की उपलब्धि: प्रवीण कुमार, जिन्होंने पहले टोक्यो पैरालंपिक्स में रजत पदक जीता था, ने इस स्वर्ण पदक के साथ अपने प्रदर्शन में सुधार किया।
पोडियम फिनिश: अमेरिका के लोक्सिडेंट डेरेक ने रजत पदक जीता, जबकि उज्बेकिस्तान के गियाज़ोव तेमुर्बेक ने कांस्य पदक जीता।
वर्गीकरण:
T64: यह वर्गीकरण निचले अंगों की विकलांगता वाले एथलीटों के लिए बनाया गया है जो कृत्रिम अंगों का उपयोग कर सकते हैं या जिनके पैरों में कार्यात्मक विकलांगता है। T64 वर्ग में ऐसे एथलीट शामिल हैं जिनके पैरों का उपयोग करने की क्षमता को प्रभावित करने वाली कई तरह की स्थितियाँ हैं, जैसे कि अंग-विच्छेदन, अंगों की कमी या अन्य निचले अंगों की विकलांगता।
पेरिस पैरालंपिक्स 2024 की अनूठी विशेषताएं:
पहली बार बाहरी उद्घाटन समारोह: पेरिस 2024 पैरालंपिक्स में पहली बार बाहरी उद्घाटन समारोह होगा, जो प्रतिष्ठित चैंप्स-एलीसीज़ और प्लेस डी ला कॉनकॉर्ड में आयोजित होगा, जबकि पिछले समारोह स्टेडियम में होते थे।
सतत विकास पर ध्यान: पेरिस 2024 का जोर सतत विकास पर है, जिसमें 95% मौजूदा या अस्थायी स्थलों का उपयोग किया जाएगा और कार्बन-न्यूट्रल संचालन को बढ़ावा दिया जाएगा, जिससे यह सबसे पर्यावरण-हितैषी पैरालंपिक्स बनेगा।
ज्योति बर्वाल ने अंडर-20 विश्व कुश्ती चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीता
स्वर्ण पदक जीत: ज्योति बर्वाल ने स्पेन के पोंटेवेद्रा में आयोजित अंडर-20 विश्व कुश्ती चैम्पियनशिप में महिलाओं के 76 किग्रा फ्रीस्टाइल वर्ग में स्वर्ण पदक जीता। उन्होंने फाइनल में यूक्रेन की मारिया ओरलेविच को बिना कोई अंक दिए हराया।
फाइनल तक का सफर: ज्योति ने मंगोलिया, चीन, और तुर्की की विरोधियों को हराकर फाइनल में प्रवेश किया, जिससे पूरे टूर्नामेंट में उनकी जबरदस्त प्रदर्शन देखने को मिली।
भारत का लगातार दूसरा खिताब: यह अंडर-20 विश्व कुश्ती चैम्पियनशिप में महिलाओं के 76 किग्रा वर्ग में भारत का लगातार दूसरा स्वर्ण पदक है। पिछले साल 2023 में प्रिया मलिक ने यह खिताब जीता था।
अतिरिक्त पदक:
नितिका ने महिलाओं के 62 किग्रा फ्रीस्टाइल वर्ग में रजत पदक जीता, जहां वह फाइनल में यूक्रेन की पहलवान इरिना बॉन्डर से 1-4 से हार गईं।
भारतीय पहलवान कोमल (59 किग्रा) और सृष्टि (68 किग्रा) ने अपने-अपने वर्गों में कांस्य पदक जीते।
नेहा ने महिलाओं के 57 किग्रा फ्रीस्टाइल वर्ग में कांस्य पदक जीता, जहां उन्होंने हंगरी की पहलवान गेरडा तेरेक को 10-8 से हराया।
भारत की पदक संख्या: भारत ने अंडर-20 विश्व कुश्ती चैम्पियनशिप 2024 में कुल पांच पदक जीते—1 स्वर्ण, 1 रजत, और 3 कांस्य।
सूरत भारत की वायु गुणवत्ता रैंकिंग में शीर्ष पर: प्रमुख बिंदु
स्वच्छ वायु सर्वेक्षण पुरस्कार 2023: सूरत (गुजरात) ने 1 मिलियन से अधिक जनसंख्या वाले भारतीय शहरों में वायु गुणवत्ता सुधार के लिए पहला स्थान प्राप्त किया, इसके बाद जबलपुर (मध्य प्रदेश) और आगरा (उत्तर प्रदेश) हैं। केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव और राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने पुरस्कार विजेता शहरों को सम्मानित किया।
श्रेणी-वार विजेता:
300,000 से 1 मिलियन जनसंख्या वाले शहर: फिरोजाबाद (उत्तर प्रदेश), अमरावती (महाराष्ट्र), और झाँसी (उत्तर प्रदेश)।
300,000 से कम जनसंख्या वाले शहर: रायबरेली (उत्तर प्रदेश), नलगोंडा (तेलंगाना), और नलागढ़ (हिमाचल प्रदेश)।
राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम (NCAP): 2019 में शुरू हुआ NCAP का उद्देश्य 2025-26 तक PM10 प्रदूषण को 40% तक कम करना है। इस कार्यक्रम में 131 गैर-अवाप्त शहरों को शामिल किया गया है।
प्रदर्शन मेट्रिक्स:
51 शहरों ने 2017-18 के बाद PM10 स्तरों को 20% से अधिक कम किया है।
21 शहरों ने 40% से अधिक कमी प्राप्त की है।
क्षेत्रीय फोकस: मुख्य ध्यान सड़क धूल नियंत्रण पर, 64% धनराशि सड़क से संबंधित गतिविधियों जैसे कि पक्कीकरण, पानी छिड़काव, और मैकेनिकल स्वीपिंग पर आवंटित की गई। केवल 14.51% धनराशि जैव द्रव्य जलने को नियंत्रित करने के लिए, 12.63% वाहन प्रदूषण के लिए, और 0.61% औद्योगिक प्रदूषण के लिए आवंटित की गई।
प्रदूषण नियंत्रण फोकस: 2025-26 तक PM10 की कमी पर जोर। CSE की आलोचना: PM2.5, औद्योगिक, और वाहन उत्सर्जन नियंत्रण पर अधिक ध्यान देने की आवश्यकता।
राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम (NCAP) के बारे में मुख्य तथ्य:
NCAP 2019 में पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय (MoEFCC) द्वारा शुरू किया गया था।
उद्देश्य: NCAP का मुख्य लक्ष्य 2017-18 के आधार वर्ष से 2024 तक PM10 स्तरों को 20-30% और 2025-26 तक 40% तक कम करना है।
कवरेज: यह कार्यक्रम 131 गैर-अवाप्त शहरों को लक्षित करता है जो लगातार राष्ट्रीय पर्यावरण वायु गुणवत्ता मानकों (NAAQS) को पूरा करने में विफल रहे हैं।
प्रदर्शन-संलग्न फंडिंग: NCAP भारत का पहला कार्यक्रम है जो एयर क्वालिटी सुधार के साथ फंडिंग को लिंक करता है, जिससे शहरों को प्रभावी कार्रवाई करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।
प्रमुख प्रदूषक: PM10 (10 माइक्रोन तक के कणीय प्रदूषक) स्तरों को कम करने पर ध्यान; हालांकि, PM2.5 (अधिक हानिकारक कणीय प्रदूषक) को प्राथमिकता नहीं दी गई है।
फंडिंग: कुल ₹10,566 करोड़ आवंटित किए गए हैं, जिनमें 64% सड़क धूल नियंत्रण के प्रयासों जैसे कि सड़क पक्कीकरण, गड्ढा मरम्मत, पानी छिड़काव, और मैकेनिकल स्वीपिंग पर ध्यान केंद्रित किया गया है।
मोहिन अली ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की
इंग्लैंड के ऑल-राउंडर मोहिन अली ने सितंबर 2024 में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की, जब उन्हें ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आगामी सफेद गेंद श्रृंखला के लिए चयनित नहीं किया गया। 37 वर्षीय मोहिन अली ने कहा कि यह समय है कि वह एक ओर कदम बढ़ाएं और अगली पीढ़ी के क्रिकेटरों को मौका दें।
अंतर्राष्ट्रीय डेब्यू: मोहिन अली ने 2014 में इंग्लैंड क्रिकेट टीम के लिए पदार्पण किया।
करियर आँकड़े:
टेस्ट: 68 मैच खेले, 2,914 रन बनाए और 204 विकेट लिए।
वनडे: 138 मैच खेले, 2,391 रन बनाए और 87 विकेट लिए।
टी20आई: 92 मैच खेले, 1,373 रन बनाए और 75 विकेट लिए।
उपलब्धियों में 8 शतक, 28 अर्धशतक, और कुल 366 विकेट शामिल हैं।
करियर की अवधि: मोहिन अली का अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट करियर 2014 से 2024 तक एक दशक से अधिक समय तक चला। कुल आँकड़े: टेस्ट, वनडे, और टी20आई में कुल 6,678 रन और 366 विकेट। संन्यास की समयसीमा: 2024 में ऑस्ट्रेलिया श्रृंखला से बाहर होने के बाद घोषणा की गई।
हिमाचल प्रदेश ने IMD के साथ स्वचालित मौसम स्टेशनों के लिए समझौता किया
हिमाचल प्रदेश सरकार ने भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के साथ 48 स्वचालित मौसम स्टेशनों की स्थापना के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं, जो वास्तविक समय का मौसम डेटा प्रदान करेंगे। इससे भविष्यवाणी और तैयारी में सुधार होगा, विशेष रूप से कृषि और बागवानी क्षेत्रों के लिए। इस नेटवर्क का विस्तार चरणबद्ध तरीके से ब्लॉक स्तर तक किया जाएगा। वर्तमान में, राज्य में 22 स्वचालित मौसम स्टेशन संचालित हैं।
आपदा प्रबंधन: यह पहल अत्यधिक बारिश, अचानक बाढ़, हिमपात और बादल फटने जैसी प्राकृतिक आपदाओं के प्रबंधन में सुधार करेगी, जिससे शुरुआती चेतावनी प्रणाली को सुदृढ़ किया जाएगा।
AFD के साथ साझेदारी: हिमाचल सरकार ने आपदा और जलवायु जोखिम में कमी के लिए ₹890 करोड़ की परियोजना पर Agence Française de Development (AFD) के साथ सहमति बनाई है, जिसका उद्देश्य एक अधिक मजबूत आपदा प्रबंधन ढांचा बनाना है। फंड उपयोग: धनराशि का उपयोग हिमाचल प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, और राज्य और जिला स्तर पर आपातकालीन संचालन केंद्रों को सुदृढ़ करने के लिए किया जाएगा।
अतिरिक्त उपाय:
गांव स्तर पर जलवायु परिवर्तन की संवेदनशीलता का आकलन।
नई अग्निशामक स्टेशनों की स्थापना द्वारा अग्नि प्रतिक्रिया क्षमताओं का विस्तार।
भूमि-क्षरण को कम करने के लिए बायोइंजीनियरिंग नर्सरी का विकास।
भूकंप-रोधी अवसंरचना का निर्माण और वास्तविक समय की निगरानी के लिए सैटेलाइट नेटवर्क कनेक्टिविटी में सुधार।
तकनीकी सहायता: फ्रांस द्विपक्षीय सहयोग समझौते के तहत तकनीकी सहायता अनुदान के माध्यम से अतिरिक्त समर्थन प्रदान कर सकता है।
भविष्य की योजनाएँ: एक राज्य आपदा प्रबंधन संस्थान और नई राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) की स्थापना की जाएगी। आपदा प्रतिक्रिया को बढ़ाने के लिए हेलिपैड बनाए जाएंगे।
IMD:
स्थापना: 15 जनवरी 1875
मुख्यालय: मौसम भवन, लोधी रोड, नई दिल्ली
मंत्री: डॉ. जितेंद्र सिंह, केंद्रीय पृथ्वी विज्ञान मंत्री; एम. रविचंद्रन, सचिव, पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय
मौसम विज्ञान के महानिदेशक: मृत्युंजय महापात्र
यूएस ओपन: आर्यना सबालेंका ने जेसिका पेगुला को हराकर तीसरा ग्रैंड स्लैम खिताब जीता
आर्यना सबालेंका ने यूएस ओपन जीतकर अपना तीसरा ग्रैंड स्लैम खिताब हासिल किया।
फाइनल मैच का विवरण:
प्रतिद्वंद्वी: जेसिका पेगुला (नंबर 6 सीड)।
स्थल: आर्थर ऐश स्टेडियम, जिसकी छत बंद है।
उपलब्धियां: यह जीत ऑस्ट्रेलियन ओपन (2022 और 2023) में उनके पिछले ग्रैंड स्लैम खिताबों में जुड़ गई है।
यूएस ओपन टेनिस टूर्नामेंट:
यूएस ओपन चार ग्रैंड स्लैम टेनिस टूर्नामेंटों में से एक है, जो संयुक्त राज्य अमेरिका में प्रतिवर्ष आयोजित किया जाता है। यह ऑस्ट्रेलियन ओपन, फ्रेंच ओपन और विंबलडन के बाद वर्ष का चौथा और अंतिम ग्रैंड स्लैम है।
स्थान:
स्थल: यूएसटीए बिली जीन किंग नेशनल टेनिस सेंटर
स्थान: फ्लशिंग मीडोज, न्यूयॉर्क शहर
इवेंट: पुरुष एकल, महिला एकल, पुरुष युगल, महिला युगल, मिश्रित युगल और व्हीलचेयर टेनिस।
इतिहास:
उद्घाटन वर्ष: 1881
पहली बार आयोजित: यू.एस. नेशनल चैंपियनशिप के रूप में
नाम बदला: 1968 में यूएस ओपन जब यह एक ओपन एरा टूर्नामेंट बन गया, जिससे पेशेवर खिलाड़ी शौकिया खिलाड़ियों के साथ प्रतिस्पर्धा कर सकते थे।
उल्लेखनीय रिकॉर्ड:
सबसे अधिक खिताब (पुरुष एकल): मार्गरेट कोर्ट (24 खिताब), सेरेना विलियम्स (23 खिताब), और राफेल नडाल (22 खिताब, नोवाक जोकोविच के साथ बराबरी पर)।
सर्वाधिक खिताब (महिला एकल): सेरेना विलियम्स (23 खिताब)।
पेरिस पैरालिंपिक: पुरुषों की भाला फेंक F41 में नवदीप का पदक स्वर्ण में अपग्रेड किया गया
पेरिस पैरालिंपिक में पुरुषों की भाला फेंक F41 में नवदीप का पदक स्वर्ण में अपग्रेड किया गया।
शुरुआती प्रदर्शन:
नवदीप ने शुरुआत में 47.32 मीटर के व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ रजत जीता।
ईरानी एथलीट, बेत सयाह सादेघ ने शुरुआत में 47.65 मीटर के पैरालिंपिक रिकॉर्ड के साथ पहला स्थान हासिल किया।
अयोग्यता:
बेत सयाह सादेघ को विश्व पैरा एथलेटिक्स नियम और विनियम (आचार संहिता और नैतिकता) के नियम 8.1 का उल्लंघन करने के लिए अयोग्य घोषित किया गया।
नियम 8.1 पैरा एथलेटिक्स में ईमानदारी, नैतिकता और आचरण बनाए रखने पर जोर देता है।
अंतिम परिणाम:
नवदीप का पदक स्वर्ण में अपग्रेड किया गया।
पैरालिंपिक में पुरुषों की भाला फेंक F41 श्रेणी में यह भारत का पहला स्वर्ण पदक है।
भारत की कुल पदक संख्या बढ़कर 29 (7 स्वर्ण, 9 रजत, 13 कांस्य) हो गई।
प्रदर्शन विवरण:
नवदीप के थ्रो: 46.39 मीटर (दूसरा थ्रो), 47.32 मीटर (तीसरा थ्रो), और 46.06 मीटर (चौथा थ्रो)।
फाउल थ्रो शामिल: वैध थ्रो से पहले एक और बाद में दो।
अन्य पदक:
रजत: सन पेंगजियांग (चीन) 44.72 मीटर के साथ।
कांस्य: वाइल्डन नुखैलावी (इराक) 40.46 मीटर के साथ।
एथलीट पृष्ठभूमि:
नवदीप हरियाणा के पानीपत से हैं।
आयु: 24 वर्ष।
कैरियर: एथलेटिक्स से शुरुआत की, 2017 से भाला फेंक पर ध्यान केंद्रित किया, एशियाई युवा पैरा खेलों में स्वर्ण पदक जीतकर उल्लेखनीय शुरुआत की।
पिछले परिणाम: टोक्यो पैरालिंपिक और हांग्जो में एशियाई पैरा खेलों में चौथा स्थान।
राष्ट्रीय उपलब्धियां: राष्ट्रीय स्तर पर पांच स्वर्ण पदक; दुबई में 2021 फ़ैज़ा इंटरनेशनल चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता।