रूस की तालिबान सरकार को मान्यता, भारत की कूटनीतिक रणनीति पर असर

रूस अफ़ग़ानिस्तान में तालिबान सरकार को मान्यता देने वाला पहला देश बन गया है। यह क़दम तालिबान की एक बड़ी कूटनीतिक सफलता मानी जा रही है, खासकर तब जब 2021 में तालिबान ने काबुल पर क़ब्ज़ा किया था। अफ़ग़ानिस्तान के कार्यकारी विदेश मंत्री, अमीर ख़ान मुत्तकी ने इस क़दम को …

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संविधान में ‘सेक्युलर’ और ‘सोशलिस्ट’ शब्द जोड़ने वाला संशोधन अधिनियम: ‘लघु संविधान’

भारत में आपातकाल लगाए जाने के पचास साल पूरे होने के अवसर पर, संविधान की प्रस्तावना में ‘धर्मनिरपेक्ष’ और ‘समाजवादी’ शब्दों को जोड़ने का मुद्दा फिर से चर्चा में आ गया है। पहले आरएसएस के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने इस पर टिप्पणी की और फिर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा …

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भारत में दलाई लामा का शरण और तिब्बत-चीन संबंध

26 अप्रैल 1959, तिब्बत और भारत-चीन संबंधों के इतिहास में एक महत्वपूर्ण दिन था। यह वह दिन था जब तिब्बत के धार्मिक और राजनीतिक नेता, दलाई लामा, चीन के आक्रमण के बाद अपनी मातृभूमि से भागकर भारत पहुंचे थे। भारतीय प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने उनका स्वागत करते हुए उन्हें भारत …

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PM मोदी का अर्जेंटीना दौरा: भारत-अर्जेंटीना संबंधों के तीन कम ज्ञात तथ्य

अर्जेंटीना के राष्ट्रपति जावियर माइलोई और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुएनोस आयर्स में एक-दूसरे से गर्मजोशी से गले मिलकर पीएम मोदी का स्वागत किया। यह प्रधानमंत्री मोदी का अर्जेंटीना का पहला द्विपक्षीय दौरा है और यह उनके पांच देशों के दौरे का तीसरा चरण है। 57 साल बाद, यह भारत …

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जेन स्ट्रीट पर SEBI का एक्शन: भारतीय बाजार में मैनिपुलेटिव ट्रेडिंग के आरोप

जेन स्ट्रीट पर SEBI का प्रतिबंध अमेरिका की जानी-मानी फर्म, जेन स्ट्रीट, जो अपनी हाई-फ्रीक्वेंसी ट्रेडिंग रणनीतियों और वैश्विक बाजारों में प्रभुत्व के लिए जानी जाती है, को अब भारत में बड़ी मुसीबत का सामना करना पड़ा है। भारतीय बाजार नियामक, SEBI (सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया) ने जेन …

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170वीं वर्षगांठ: संथाल विद्रोह का ऐतिहासिक महत्व और विस्तृत विवरण

संथाल विद्रोह, जिसे संथाली भाषा में ‘हुल’ कहा जाता है, 1855 में शुरू हुआ था। यह ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन और उनके सहयोगी ज़मींदारों तथा महाजनों के विरुद्ध एक संगठित और सशक्त आदिवासी प्रतिरोध था। यह विद्रोह 1857 के पहले हुआ था, जिसे भारत का पहला स्वतंत्रता संग्राम कहा जाता है, …

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भारतीय संविधान को ‘धर्मनिरपेक्ष’ (secular) क्यों माना जाता है?

भारतीय संविधान को ‘धर्मनिरपेक्ष’ (secular) क्यों माना जाता है, भले ही प्रारंभिक रूप से इसकी प्रस्तावना (Preamble) में यह शब्द न हो — यह एक महत्वपूर्ण संवैधानिक और राजनीतिक बहस का विषय है। हाल ही में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने संविधान की प्रस्तावना में “समाजवादी” और “धर्मनिरपेक्ष” शब्दों को आपातकाल …

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