नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने एयर इंडिया पर 30 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है

नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने टाटा समूह के स्वामित्व वाली एयर इंडिया पर 30 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है। यह जुर्माना इसलिए लगाया गया क्योंकि एयर इंडिया ने कथित तौर पर अपने एक पायलट को उन जरूरी नियमों का पालन किए बिना उड़ान संचालित करने की अनुमति दी, जो सुरक्षा और प्रशिक्षण से जुड़े हैं।

DGCA ने अपनी जाँच में पाया कि एयर इंडिया ने एक ऐसे पायलट को उड़ान भरने की इजाजत दे दी, जिसने 7 जुलाई 2024 को उड़ान भरी, लेकिन उसकी ट्रेनिंग अधूरी थी। नियमों के अनुसार, किसी भी पायलट को हाल की 3 टेक-ऑफ (उड़ान भरना) और 3 लैंडिंग (उतरना) का अभ्यास करना जरूरी होता है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि वह विमान उड़ाने के लिए पूरी तरह सक्षम है। लेकिन इस पायलट ने यह शर्त पूरी नहीं की थी, जिससे सुरक्षा नियमों का उल्लंघन हुआ।

DGCA ने इस मामले में एयर इंडिया के हेड ऑफ ऑपरेशंस और हेड ऑफ रोस्टरिंग (जो यह तय करते हैं कि कौन से पायलट किस उड़ान पर तैनात होंगे) समेत अन्य अधिकारियों को 13 दिसंबर 2024 को कारण बताओ नोटिस (Show Cause Notice) जारी किया। इन अधिकारियों से जवाब मांगा गया कि आखिर यह गलती कैसे हुई और इसके लिए कौन जिम्मेदार है।

हालांकि, एयर इंडिया द्वारा दिया गया जवाब DGCA को असंतोषजनक लगा। इसके बाद, 29 जनवरी 2025 को DGCA ने आदेश जारी करते हुए एयर इंडिया पर 30 लाख रुपये का जुर्माना लगाया।

DGCA ने अपनी जांच में यह भी पाया कि एयर इंडिया में बार-बार रोस्टरिंग (शेड्यूलिंग) की गड़बड़ियां हो रही हैं। DGCA के अनुसार, एयर इंडिया के रोस्टरिंग कंट्रोलर्स ने पायलट की योग्यता से जुड़ी चेतावनियों (spurious alerts) को नजरअंदाज कर दिया। इन चेतावनियों को CAE विंडो (एक सॉफ्टवेयर सिस्टम) पर देखा जा सकता था, लेकिन कर्मचारियों ने इन्हें इग्नोर कर दिया।

DGCA ने Aircraft Rules, 1937 के नियम 162 के तहत अपनी शक्तियों का उपयोग करते हुए यह जुर्माना लगाया है। DGCA ने साफ कहा कि इस तरह की लापरवाही उड़ान सुरक्षा के लिए खतरनाक साबित हो सकती है, इसलिए इसे बिल्कुल भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।

जब मीडिया एजेंसी PTI ने एयर इंडिया से इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया मांगी, तो एयर इंडिया ने कोई जवाब नहीं दिया।

इस घटना से यह साफ होता है कि DGCA भारत में हवाई यात्रा की सुरक्षा को लेकर काफी सख्त है। अगर कोई एयरलाइन सुरक्षा मानकों का पालन नहीं करती है, तो उस पर जुर्माना लगाया जाएगा और कार्रवाई की जाएगी।

यह मामला उन यात्रियों के लिए भी एक संकेत है कि एयर इंडिया जैसी बड़ी एयरलाइंस को भी अपने ऑपरेशंस में अधिक सावधानी बरतनी होगी, ताकि यात्रियों की सुरक्षा खतरे में न पड़े।

Source: Business Standard