मुगल साम्राज्य
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राजनीतिक
मध्यकालीन भारत के मुगल शासक किस शाखा से संबंधित थे-चगताई तुर्क शाखा से
चगताई तुर्क शासन को भारत में किस नाम से जाना जाता है-‘मुगल’ नाम से
भारत में मुगल साम्राज्य की नींव किसने डाली थी -बाबर ने
महान मुगल साम्राज्य के संस्थापक बाबर ने अपना वंश किससे जोडा था-पिता के वंश से तैमूर और माता के वंश से चंगेज खान
बाबर किसका पुत्र था-उमर शेख मिर्जा का
बाबर की माता का क्या नाम था -कुतलुग निगार खानम
बाबर की नानी जो युनूस खान मुगल की पत्नी थी और जिन्होंने बाबर के पिता की मृत्यु के पश्चात् अपने पोते के लिए हर तरह का प्रबन्ध किया और षड्यन्त्रकारियों को दबाया, उसका क्या नाम था- एहसान दौलत बेगम
बाबर का जन्म कब और कहाँ हुआ था
-14 फरवरी, 1483 ई. में फरगना में
बाबर का पूरा नाम क्या था – जहीरूद्दीन मुहम्मद बाबर
खानजादा बेगम किसकी बहन थी – बाबर की
बाबर की पत्नी का क्या नाम था – माहम बेगम
बाबर के कितने पुत्र थे-चार (हुमायूँ, कामरान, अस्करी और हिन्दाल)
मेंहदी ख्वाजा कौन था – बाबर का बहनोईL ok
बाबर कहाँ का निवासी था – फरगना का
जिस समय बाबर फरगना के सिंहासन पर बैठा, उस समय उसकी उम्र कितनी थी – लगभग ग्यारह वर्ष
किसने बाबर को ‘सर-ए-पुल’ के युद्ध में पराजित किया था – शैबानी खाँ ने (1502 ई. में)
बाबर ने ‘पादशाह’ की उपाधि कब धारण की थी-
1507 ई. में
बाबर ने सर्वप्रथम ‘पादशाह’ की पदवी कहाँ धारण की थी – काबुल में
बाबर का भारत पर प्रथम आक्रमण किस वर्ष हुआ था – 1519 ई. में (बाजौर पर )
बाबर ने पहली बार तोपों और बंदूकों का उपयोग किस लड़ाई में किया था – बाजौर की लड़ाई (1519 ई.) में
किस मुगल सम्राट ने भारत के साथ युद्ध में तोप और बन्दूक का प्रयोग प्रथमतया किया था – बाबर ने
बाबर ने अपनी आत्मकथा में कितने मुस्लिम व हिन्दू राज्यों का उल्लेख किया है – पाँच मुस्लिम व दो हिन्दू राज्यों का
अपनी आत्मकथा में बाबर ने किन-दो हिन्दू राज्यों का विवरण दिया है – विजयनगर और मेवाड़ का
बाबर ने अपनी आत्मकथा में किसे समकालीन भारत का सबसे शक्तिशाली राजा कहा है
– कृष्णदेव राय को
बाबर के आक्रमण के समय विजयनगर साम्राज्य का शासक कौन था – कृष्णदेव राय
बाबर को भारत पर आक्रमण करने का निमंत्रण किस लोदी सरदार ने दिया था – दौलत खॉ लोदी ने
बाबर को भारत पर आक्रमण करने के लिए आमंत्रित करने वालों में से एक आलम खान कौन था-इब्राहिम लोदी का संबंधी था तथा वह दिल्ली के राजसिंहासन पर अपनी दावेदारी जताता था
पानीपत की प्रथम लड़ाई किस वर्ष हुई थी
-21 अप्रैल, 1526 ई. को
पानीपत की प्रथम लड़ाई किसके बीच हुई थी
-बाबर और सुल्तान इब्राहिम लोदी के बीच
बाबर ने सन् 1526 ई. में किस पर विजय प्राप्त करके भारत में मुगल सत्ता की स्थापना की थी
-इब्राहीम लोदी पर
पानीपत के प्रथम युद्ध में बाबर की विजय का मुख्य कारण क्या था – उसका तोपखाना एवं कुशल सेनापतित्व
पानीपत के युद्ध में बाबर के तोपखाने का संचालन किसने किया था – उस्ताद अली और मुस्तफा ने
पानीपत के युद्ध में बाबर की जीत का मुख्य कारण क्या था-उसकी सैन्य कुशलता
भारत में ‘तुलगमा युद्ध पद्धति’ और तोपों से सजाने की ‘उस्मानी पद्धति’ का पहली बार प्रयोग किसने किया था________
पानीपत के प्रथम युद्ध में बाबर ने किस युद्ध नीति का प्रयोग किया था – तुगलमा युद्ध पद्धति का
पानीपत के प्रथम युद्ध ने लोदी वंश की रीढ़ की हड्डी ही तोड़ दी तथा इसके परिणामस्वरूप बाबर के नियंत्रण में एक बहुत बड़ा भू-भाग आ गया। वह भू-भाग कहाँ तक फैला था – दिल्ली एवं आगरा तक-1527 ई. में
खानवा का युद्ध कब लड़ा गया था किस युद्ध पश्चात् बाबर ने ‘गाजी’ की उपाधि धारण की
-खानवा युद्ध के पश्चात
मेवाड़ के किस राजा को 1527 ई. में खानवा के युद्ध में बाबर ने हराया था – राणा सांगा को
खानवा के संग्राम में कौन परास्त हुए थे – राजपूत
किस युद्ध में बाबर ने ‘जेहाद’ का उद्घोष किया, ‘तमगा’ नामक कर समाप्त किया एवं युद्धोपरान्त विजयी होकर ‘गाजी’ कीउपाधि धारण की -खानवा का युद्ध
चंदेरी का युद्ध कब हुआ था -1528 ई. में
बाबर ने मेदिनीराय को किस युद्ध में पराजित किया था – चंदेरी के युद्ध में
किस युद्ध में शेरशाह सूरी ने मुगलों की ओर से भाग लिया था – चंदेरी के युद्ध ( 1528 ई.) में
घाघरा का युद्ध कब हुआ था -1529 ई. में
‘चालाक अफगान’ बताकर बाबर ने हुमायूं को किसके प्रति सचेत किया था – शेर खाँ के प्रति
बाबर ने घाघरा के युद्ध में किसे पराजित किया था- अफगानों को
मुगलकालीन भारत का वह पहला युद्ध कौन था जो थल और जल दोनों जगह पर लड़ा गया था – घाघरा का युद्ध
बाबर की विजय का सही क्रम है
-पानीपत-खानवा-चंदेरी और घाघरा
बाबर की मृत्यु किस स्थान पर हुई थी-आगरा में
बाबर की मृत्यु 26 दिसंबर, 1530 को हुई और उसे आगरा के आरामबाग (चारबाग) में दफनाया गया। शेरशाह के शासनकाल के दौरान उसके शरीर को किस स्थान पर ले जाकर दफनाया
गया था-काबुल में
किसने लिखा है कि बाबार की मृत्यु विष देने से हुई थी- गुलबदन बेगम ने
बाबर के साम्राज्य में कौन-से क्षेत्र सम्मिलित थे
-काबुल का क्षेत्र, पंजाब का क्षेत्र एवं आधुनिक उत्तर-प्रदेश का क्षेत्र
बाबर के साम्राज्य में कौन-से क्षेत्र सम्मिलित थे
-काबुल का क्षेत्र, पंजाब का क्षेत्र एवं आधुनिक उत्तर- प्रदेश का क्षेत्र
किस मुगल बादशाह ने ‘मीर-ए-खलीफा’ नामक पद का सृजन किया था- बाबर ने
भारत में बाबर द्वारा प्रशासनिक सुधार न करने के निम्न कारण थे
– उसके द्वारा काबुल में किए गए सुधार अलोकप्रिय थे एवं वहाँ उसे इसी कारण विद्रोह का सामना करना पड़ता था
– अपने शासनकाल में वह भारत में विजय मुद्दों में व्यस्त रहा
– वह चाहता था कि अफगान क्षेत्रीय सैन्य सरदारों के रूप में चलते रहें
बाबर कालीन स्थापत्य के विषय में सत्य कथन है
– भारतीय कारीगरों के प्रति प्रशंसा का भाव होने के बावजूद बाबर चाहता था कि भारत में उसके भवनों “के निर्माण खुरासानी अर्थात तैमूरी शैली में हो
-बाबर के सेवार्थ मध्य एशिया से दो कारीगर भारत आए, जिनमें एक मीर मीरक गियास और दूसराउस्ताद शाह मुहम्मद था
“मैंने मान सिंह और विक्रमजीत के भवनों का गहराई से निरीक्षण किया, वे अद्भुत हैं, पूरी तरह से पत्थरों के भारी असमित टुकड़ों को तराश कर बनाए गए हैं। सभी राजाओं के
भवनों में मानसिंह के भवन सबसे उदात्त और श्रेष्ठ हैं।” ग्वालियर के राजभवन को देखने के बाद ये विचार किसने व्यक्त किए है
चौखाने वाले उद्यान की परंपरा भारत में किसने प्रचालित की थी- बाबर ने
अयोध्या स्थित बाबरी मस्जिद का निर्माण किसने करवाया था-मीर बाकी ने
बाबर ने अपनी आत्मकथा ‘तुजुक-ए-बाबरी’ किस भाषा में लिखी थी – तुर्की भाषा में
बाबरनामा के संबंध में सही कथन है
– बाबर के स्मरण अत्यधिक साहित्यिक मूल्य का ऐतिहासिक स्रोत है
– बाबर ने प्रत्येक अच्छी-बुरी घटना का अत्यधिक निष्पक्षता से वर्णन किया है
-ऐतिहासिक घटनाएं बाबर के निजी विचारों, मनोभावों और विवेक से इस प्रकार मिल गई है कि उन्हे एक-दूसरे को अलग नहीं किया जा सकता
‘तुजुक-ए-बाबरी’ का फारसी dot F अनुवाद किसके द्वारा किया गया है
-पायन्दा खाँ, अब्दुर्रहीम खानखाना और अबू तालिब तुरबती ने
तुजुक-ए-बाबरी का अंग्रेजी में अनुवाद किसने किया है
-लीडन और एस्किंन तथा ए. एस. बेवरिज ने बाबर की आत्मकथा (तुजुक-ए-बाबरी) का मूल तुर्की भाषा से अंग्रेजी भाषा में अनुवाद किसके द्वारा किया गया है – श्रीमती बेवरिज द्वारा
बाबर के जीवनवृत के विषय में सही कथन है
– बाबर का जीवनवृत में समकालीन कार्यों पर प्रकाश डाला गया है
– इसमें प्रकृति के प्रति बाबर की रूचि को प्रदर्शित किया गया है
– उसने अपने एवं समकालीन लोगों, उनकी अच्छी और बुरी बातों पर प्रकाश डाला है
श्रीमती ए.एन. बेवरिज द्वारा अंग्रेजी में अनूदित ब्रिटिश संग्रहालय के बाबरनामा का शीर्षक क्या था
-“Memoirs of Babur”
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- ‘खत-ए-बाबरी’ नामक एक लिपि (शैली) का आविष्कार किसने किया था- बाबर ने
-बाबर
– ‘रिसाल-ए-उसज’ की रचना किसने की थी
– बाबर ने फारसी में कविता की एक नई शैली को जन्म दिया, इस शैली का क्या नाम था
-मुबड्यान
बाबर द्वारा प्रचलित ‘शाहरूखी सिक्के’ किस धातु के बने थे-चाँदी के
किस इतिहासकार ने बाबर को “इस्लाम के इतिहास का सबसे आकर्षक व्यक्ति” कहा है
– हैवेल ने
किस इतिहासकार ने बाबर की तुलना इंग्लैण्ड के ट्यूड़र वंश के शासक ‘हेनरी सप्तम’ से की है -डा. आर. एस. शर्मा ने
किस इतिहासकार ने लिखा है कि- “बाबर एक प्रशंसनीय घुड़सवार, अच्छा निशानेबाज, कुशल तलवारबाज और सफल शिकारी था।”
-डा. आर. एस. शर्मा ने
किस कारण
-उसने मुगल वंश की स्थापना की
वह मुगल सम्राट कौन था जिसके जीवन के धैर्य व संकल्प से सफलता की शिक्षा मिलती है – जहीरूद्दीन मोहम्मद बाबर
विविध
किस मुगल शासक ने बयाना और धौलपुर के मध्य चंबल घाटी में ग्रामीणों को खजूर-ताड़ की शराब इकट्ठा करते देखा तथा ताड़ी को निकालने की विधि का वर्णन किया है – बाबर ने
‘बादशाह’ का विरुद धारण करने वाला प्रथम मुगल शासक और था – बाबर
बाबर के वकील निजामुद्दीन ने बाबर की मृत्यु के बाद हुमायूँ को उत्तराधिकार से वंचित करने हेतु एक षड्यंत्र रचा था। वह किसको राजगद्दी पर बैठाना चाहता था -मेंहदी ख्वाजा को
बाबर की दिल्ली विजय के समय किसकी चित्रशैली तात्कालिक प्ररेणा देने वाली थी -बिहजाद की
मुगलकालीन भाषाओं के विषय में सत्य कथन हैं
-बाबर ने ‘बाबरनामा’ तुर्की भाषा में लिखा -फारसी मुगल दरबार की राजभाषा थी
किस मुगल बादशाह को उसकी उदारता के कारण ‘कलंदर’ कहा गया है -बाबर को
एक भाग्यशाली सैनिक किन्तु असफल साम्राज्य निर्माता किस सम्राट के संबंध में कहा गया है -बाबर के विषय में.