मध्यकालीन भारत वन लाइनर – 8

 

सल्तनतकालीन भूमि व्यवस्था एवं कृषि

 

सल्तनत काल में राज्य की भूमि कितने भागों में विभक्त थी – 4भागों में

 

राज्य की आय के लिए रक्षित भूमि को किस नाम से पुकारा जाता है – ‘खालसा’ के नाम से

 

उस भूमि को किस नाम से जाना जाता था, जिससे सुल्तान प्रत्यक्ष रूप से लगान प्राप्त करता था – खालसा भूमि

 

इजारादारी व्यवस्था का प्रचलन सर्वप्रथम कहाँ हुआ – खालसा भूमि में

 

जागीर के लिए आरक्षित भूमि क्या कहलाती थी– महाल-ए-पैबाकी

 

‘उश्री भूमि’ के स्वामी कौन थे – तुर्की मुस्लिम थे

 

अलाउद्दीन खिलजी के शासनकाल में किस कारण कृषि कर्म अधिक प्रभावित हुआ था

– करों की अधिकता के कारण

 

‘दीवान-ए-कोही’ के रूप में विख्यात कृषि विभाग किसके द्वारा बनवाया गया था – मुहम्मद बिन तुगलक द्वारा

 

मुहम्मद तुगलक ने ‘दीवाने कोही’ नामक एक नए विभाग का सृजन किया, इसका मुख्य कार्य क्या था – परती भूमि को कृषि योग्य बनाना

 

दिल्ली के सुल्तानों में से किसने कृषि के विकास के लिए निर्धन किसानों को तकाबी बांटी जिसे सोन्धर कहते थे – मुहम्मद बिन तुगलक ने

 

सोनधर शब्द का प्रयोग किसानों के लिए दिए जाने वाले ऋण के रूप में किसके समय हुआ – मुहम्मद तुगलक के समय

 

किस शासक के काल में तकावी ऋण का प्रचलन हुआ – मुहम्मद बिन तुगलक के काल में

 

किस दिल्ली सुल्तान ने सस्यावर्तन की पद्धति का अनुमोदन किया – मुहम्मद बिन तुगलक ने

 

किस शासक ने सर्वप्रथम अकालग्रस्त लोगों के सहायतार्थ ‘अकाल संहिता’ तैयार की – मुहम्मद तुगलक ने

 

खेती में सुधार के लिए ‘दीवान-ए-अमीर-ए-कोही’ नामक एक अलग विभाग की स्थापना किसने की थी – मुहम्मद बिन तुगलक ने

 

सल्तनतकालीन भारत में किन फसलों की खेती नहीं की जाती थी – आलू और मक्का की

 

सिंचाई व्यवस्था

 

दिल्ली सल्तनत के सुल्तानों में कौन ‘नहर प्रणाली का जनक’ माना जाता है – गियासुद्दीन तुगलक को

 

दिल्ली के किस सुल्तान ने राज्य की सहायता से नहर सिंचाईव्यवस्था का प्रारम्भ किया है – गियासुद्दीन तुगलक ने

 

सिंचाई के लिए अनेक नहरें किसने बनवाई – फिरोज तुगलक ने

 

सल्तनत काल में किस सुल्तान ने सर्वप्रथम सिंचाई कर लेना प्रारम्भ किया – फिरोज तुगलक ने

 

किस सुल्तान ने ‘हक-ए-शर्ब’ नामक सिंचाई कर लगाया – फीरोजाशाह तुगलक

 

‘शर्व’ कर किस पर लगाया जाता था फिरोज द्वारा सिंचाई की व्यवस्था में सर्वाधिक लाभ किस क्षेत्र में हुआ – पंजाब क्षेत्र मे

 

अपने समय की सबसे लम्बी नहर जिसकी अभी भी व्यवहार होता है और जो उत्तर भारत के लिए सबसे अधिक लाभप्रद है,उसका निर्माण किसने किया था – फिरोजशाह ने

 

18वीं शताब्दी के पूर्व पंजाब में नहरों का एक विकसित जाल था, उसका निर्माणकर्ता कौन था

– फिरोज तुगलक

 

 तकनीकि एवं व्यापार उद्योग

 

कौन-सी सूती वस्त्र उद्योग से संबंधित नई तकनीक/तकनीकें भारत में मध्यकाल में तुर्कों द्वारा प्रथम बार प्रयोग में लाई गई – चरखा और जल-संधार

 

वस्त्र उद्योग में कौन-सी एक तकनीक तुर्कों द्वारा भारत में प्रारम्भ की गई थी – चरखा

 

दिल्ली सल्तनत के समय पानी खींचने के अन्य साधनों में साक्रिया (रहट) की भिन्नता का प्रमुख लक्षण किसका प्रयोग था – गियर तंत्र का

 

भारत में कौन-सी शताब्दी में गियर यंत्रावली का प्रवेश हुआ था – चौदहवीं शताब्दी में

 

कौन सल्तनतकालीन भारत में उत्पादित कपड़ों के प्रकार थे – कमीना, महीन, किरपास, सलाहरी

और शीरीबाफ्त

 

मध्यकाल में पिंजण शब्द से क्या अभिप्राय था – रुई धुनिये की कमान

 

सल्तनत काल में नद्दाफ शब्द से क्या तात्यर्प था – धुनिया (रुई धुनने वाला)

 

⇒  भारत में कागज निर्माण एवं उस पर लेखन के विषय में सही कथन है –

  1. भारत में कागज पर लिखी सबसे पुरानी पांडुलिपि 1223-24 ई. की है जो गुजरात से प्राप्त हुई है
  2. भारत में परम्परागत कागज निर्माण बहुत निम्न कोटि का था तथा इसमें सुधार केवल तब सम्भव हुए जब तुर्को द्वारा तेरहवीं शताब्दी में लाई गई तकनीकों का उपयोग किया गया

 

मध्यकालीन भारत में लौह तकनीकि के विषय में सही कथन है – 

  1. मध्यकालीन भारत में पेंच का निर्माण लोहे की कील पर तार के एक टुकड़े का टांका लगाकर किया जाता था
  2. भारतीयों को खराद के काम की तकनीक मालूम नहीं थी

 

मार्को पोलो किसके आयात पर भारतीय धन के एक बड़े भाग की बर्बादी (अपव्यय) पर दुःख प्रकट करता है – अश्व (घोड़ों) के आयात पर

 

भारत में दासों के निर्यात पर प्रतिबन्ध किसने लगाया था – फिरोज तुगलक ने

 

दिल्ली के सुल्तानों में से किसने शिक्षा में व्यावसायिक पाठ्यक्रम लागू किया – फिरोज तुगलक ने

 

अलाउद्दीन खिलजी के सुधारों के सम्बन्ध में सही कथन है-

  1. जागीरों में दी गई समस्त राजस्व मुक्त भूमि को जब्त करना
  2. अपनी सेना में दाग और चेहरा को लागू करना
  3. शराब की सार्वजनिक बिक्री पर पाबन्दी लगाना

 

सल्तनत काल में भू-राजस्व का सर्वोच्च ग्रामीण अधिकारी कौन था – चौधरी

 

दिल्ली सल्तनत काल में ‘किस्मत-ए-खेती’ क्या था – ग्राम के मुखिया द्वारा कृषकों से संग्रहित उपकर

 

दिल्ली सल्तनत काल में खराज क्या था – हिन्दू जमींदार से एकत्रित भूमिकर

 

तेरहवीं शताब्दी में ‘फवाजिल’ शब्द का क्या अभिप्राय था – राज्य को प्रेषित अधिशेष राजस्व

 

अमीर खुसरो के अनुसार शतरंज का खेल कहाँ आविष्कृत किया गया – भारत में 

 

सल्तनत काल में शरीयत द्वारा किस कर की अनुमति नहीं थी – विवाह कर की