सल्तनतकालीन भूमि व्यवस्था एवं कृषि
⇒ सल्तनत काल में राज्य की भूमि कितने भागों में विभक्त थी – 4भागों में
⇒ राज्य की आय के लिए रक्षित भूमि को किस नाम से पुकारा जाता है – ‘खालसा’ के नाम से
⇒ उस भूमि को किस नाम से जाना जाता था, जिससे सुल्तान प्रत्यक्ष रूप से लगान प्राप्त करता था – खालसा भूमि
⇒ इजारादारी व्यवस्था का प्रचलन सर्वप्रथम कहाँ हुआ – खालसा भूमि में
⇒ जागीर के लिए आरक्षित भूमि क्या कहलाती थी– महाल-ए-पैबाकी
⇒ ‘उश्री भूमि’ के स्वामी कौन थे – तुर्की मुस्लिम थे
⇒ अलाउद्दीन खिलजी के शासनकाल में किस कारण कृषि कर्म अधिक प्रभावित हुआ था
– करों की अधिकता के कारण
⇒ ‘दीवान-ए-कोही’ के रूप में विख्यात कृषि विभाग किसके द्वारा बनवाया गया था – मुहम्मद बिन तुगलक द्वारा
⇒ मुहम्मद तुगलक ने ‘दीवाने कोही’ नामक एक नए विभाग का सृजन किया, इसका मुख्य कार्य क्या था – परती भूमि को कृषि योग्य बनाना
⇒ दिल्ली के सुल्तानों में से किसने कृषि के विकास के लिए निर्धन किसानों को तकाबी बांटी जिसे सोन्धर कहते थे – मुहम्मद बिन तुगलक ने
⇒ सोनधर शब्द का प्रयोग किसानों के लिए दिए जाने वाले ऋण के रूप में किसके समय हुआ – मुहम्मद तुगलक के समय
⇒ किस शासक के काल में तकावी ऋण का प्रचलन हुआ – मुहम्मद बिन तुगलक के काल में
⇒ किस दिल्ली सुल्तान ने सस्यावर्तन की पद्धति का अनुमोदन किया – मुहम्मद बिन तुगलक ने
⇒ किस शासक ने सर्वप्रथम अकालग्रस्त लोगों के सहायतार्थ ‘अकाल संहिता’ तैयार की – मुहम्मद तुगलक ने
⇒ खेती में सुधार के लिए ‘दीवान-ए-अमीर-ए-कोही’ नामक एक अलग विभाग की स्थापना किसने की थी – मुहम्मद बिन तुगलक ने
⇒ सल्तनतकालीन भारत में किन फसलों की खेती नहीं की जाती थी – आलू और मक्का की
सिंचाई व्यवस्था
⇒ दिल्ली सल्तनत के सुल्तानों में कौन ‘नहर प्रणाली का जनक’ माना जाता है – गियासुद्दीन तुगलक को
⇒ दिल्ली के किस सुल्तान ने राज्य की सहायता से नहर सिंचाईव्यवस्था का प्रारम्भ किया है – गियासुद्दीन तुगलक ने
⇒ सिंचाई के लिए अनेक नहरें किसने बनवाई – फिरोज तुगलक ने
⇒ सल्तनत काल में किस सुल्तान ने सर्वप्रथम सिंचाई कर लेना प्रारम्भ किया – फिरोज तुगलक ने
⇒ किस सुल्तान ने ‘हक-ए-शर्ब’ नामक सिंचाई कर लगाया – फीरोजाशाह तुगलक
⇒ ‘शर्व’ कर किस पर लगाया जाता था फिरोज द्वारा सिंचाई की व्यवस्था में सर्वाधिक लाभ किस क्षेत्र में हुआ – पंजाब क्षेत्र मे
⇒ अपने समय की सबसे लम्बी नहर जिसकी अभी भी व्यवहार होता है और जो उत्तर भारत के लिए सबसे अधिक लाभप्रद है,उसका निर्माण किसने किया था – फिरोजशाह ने
⇒ 18वीं शताब्दी के पूर्व पंजाब में नहरों का एक विकसित जाल था, उसका निर्माणकर्ता कौन था
– फिरोज तुगलक
तकनीकि एवं व्यापार उद्योग
⇒ कौन-सी सूती वस्त्र उद्योग से संबंधित नई तकनीक/तकनीकें भारत में मध्यकाल में तुर्कों द्वारा प्रथम बार प्रयोग में लाई गई – चरखा और जल-संधार
⇒ वस्त्र उद्योग में कौन-सी एक तकनीक तुर्कों द्वारा भारत में प्रारम्भ की गई थी – चरखा
⇒ दिल्ली सल्तनत के समय पानी खींचने के अन्य साधनों में साक्रिया (रहट) की भिन्नता का प्रमुख लक्षण किसका प्रयोग था – गियर तंत्र का
⇒ भारत में कौन-सी शताब्दी में गियर यंत्रावली का प्रवेश हुआ था – चौदहवीं शताब्दी में
⇒ कौन सल्तनतकालीन भारत में उत्पादित कपड़ों के प्रकार थे – कमीना, महीन, किरपास, सलाहरी
और शीरीबाफ्त
⇒ मध्यकाल में पिंजण शब्द से क्या अभिप्राय था – रुई धुनिये की कमान
⇒ सल्तनत काल में नद्दाफ शब्द से क्या तात्यर्प था – धुनिया (रुई धुनने वाला)
⇒ भारत में कागज निर्माण एवं उस पर लेखन के विषय में सही कथन है –
- भारत में कागज पर लिखी सबसे पुरानी पांडुलिपि 1223-24 ई. की है जो गुजरात से प्राप्त हुई है
- भारत में परम्परागत कागज निर्माण बहुत निम्न कोटि का था तथा इसमें सुधार केवल तब सम्भव हुए जब तुर्को द्वारा तेरहवीं शताब्दी में लाई गई तकनीकों का उपयोग किया गया
⇒ मध्यकालीन भारत में लौह तकनीकि के विषय में सही कथन है –
- मध्यकालीन भारत में पेंच का निर्माण लोहे की कील पर तार के एक टुकड़े का टांका लगाकर किया जाता था
- भारतीयों को खराद के काम की तकनीक मालूम नहीं थी
⇒ मार्को पोलो किसके आयात पर भारतीय धन के एक बड़े भाग की बर्बादी (अपव्यय) पर दुःख प्रकट करता है – अश्व (घोड़ों) के आयात पर
⇒ भारत में दासों के निर्यात पर प्रतिबन्ध किसने लगाया था – फिरोज तुगलक ने
⇒ दिल्ली के सुल्तानों में से किसने शिक्षा में व्यावसायिक पाठ्यक्रम लागू किया – फिरोज तुगलक ने
⇒ अलाउद्दीन खिलजी के सुधारों के सम्बन्ध में सही कथन है-
- जागीरों में दी गई समस्त राजस्व मुक्त भूमि को जब्त करना
- अपनी सेना में दाग और चेहरा को लागू करना
- शराब की सार्वजनिक बिक्री पर पाबन्दी लगाना
⇒ सल्तनत काल में भू-राजस्व का सर्वोच्च ग्रामीण अधिकारी कौन था – चौधरी
⇒ दिल्ली सल्तनत काल में ‘किस्मत-ए-खेती’ क्या था – ग्राम के मुखिया द्वारा कृषकों से संग्रहित उपकर
⇒ दिल्ली सल्तनत काल में खराज क्या था – हिन्दू जमींदार से एकत्रित भूमिकर
⇒ तेरहवीं शताब्दी में ‘फवाजिल’ शब्द का क्या अभिप्राय था – राज्य को प्रेषित अधिशेष राजस्व
⇒ अमीर खुसरो के अनुसार शतरंज का खेल कहाँ आविष्कृत किया गया – भारत में
⇒ सल्तनत काल में शरीयत द्वारा किस कर की अनुमति नहीं थी – विवाह कर की