सल्तनतकालीन स्थापत्य, कला एवं संगीत
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स्थापत्य
तुर्क मध्य एशिया की जिस स्थापत्य शैली को लेकर भारत आए थे, उसका क्या नाम था
– सरासैनिक या इस्लामी कला
सल्तनत काल में अलंकरण की संयुक्त विधि क्या कहलाती थी – अरबस्क विधि
भारत में इस्लाम के आगमन से पूर्व की स्थानीय शैली को किस नाम से जाना जाता था+++
स्थापत्य कला निर्माण के संदर्भ में सत्य कथन है-
1. कुषाणों के बाद तुर्क भारी पैमाने पर असली मेहराब बनाने की तकनीक लाए थे
2. तुर्कों ने भारत में चूने का गारा तैयार करने की तकनीक लाए थे
इस्लामी वास्तुकला हिन्दू एवं बौद्ध वास्तुकला से किस प्रकार भिन्न थllमेहराब और गुम्बद में
सल्तनत काल में कला और स्थापत्य कला किनके मिश्रण थे – भारतीय और इस्लामी शैली के
भारत में मस्जिद के निर्माण में किस लक्षण को सम्मिलित किया गया है – उल्टा कमल, गुम्बद पर कलश, अलंकरण आदि
इण्डो-इस्लामिक कला का सबसे पहला उदाहरण कौन है – कुव्वत-उल-इस्लाम मस्जिद
“कुव्वत-उल-इस्लाम’ मस्जिद का निर्माण किसने करवाया था – कुतुबुद्दीन ऐबक ने
योगिनीपुर प्राचीन नाम किस स्थान का है – दिल्ली का
‘कुव्वत-उल-इस्लाम’ मस्जिद कहाँ पर स्थापित की गई थी – दिल्ली में ( किला राय पिथौरा में)
– कुतुबुद्दीन ऐबक द्वारा मध्यकालीन दिल्ली में ‘सात शहरों’ की स्थापना कहाँ की गई थी – मेहरौली में
कुतुबमीनार क्या है – मुसलमानों को नमाज के लिए मुआज्जिन द्वारा पुकारने की मीनार
‘कुतुबमीनार’ का निर्माण किसने करवाया था
कुतुबुद्दीन ऐबक ने
कुतुबुद्दीन ऐबक ने कुतुबमीनार का निर्माण किसकी स्मृति में करवाया था – सूफी सन्त ख्वाजा कुतुबुद्दीन बख्तियार काकी की स्मृति में
कुतुबमीनार कहाँ स्थित है – दिल्ली में
कौन-सी मलवे की चिनाई से बनी सबसे ऊंची मीनार है, जिसकी ऊंचाई 73 मीटर है
– कुतुबमीनार
कुतुबमीनार के निर्माण में किन सुल्तानों ने योगदान दिया था –
1. कुतुबुद्दीन ऐबक
2. इल्तुतमिश
3. फिरोजशाह तुगलक
कुतुबमीनार के सम्बन्ध में सही कथन है-
1. यह इल्तुतमिश द्वारा पूरी की गई थी
2. ऊपर की ओर इसकी परिधि क्रमशः कम होती गई है
3. प्रारंभिक तीन मंजिलों की अधियोजना में भिन्नता है
अजमेर में ‘अढ़ाई दिन का झोपड़ा’ किसने बनवाया था – कुतुबुद्दीन ऐबक ने
अढ़ाई दिन का झोपड़ा मस्जिद कहाँ है
– अजमेर में
कौन-सी इमारत में हिन्दू वास्तुशिल्प की विशिष्टताएं भी समान रूप से दिखती हैं (क्योंकि उसमें मंदिरों को गिराकर उनसे प्राप्त सामाग्री का उपयोग किया गया है)- अढ़ाई दिन का झोपड़ा में
‘अढ़ाई दिन का झोपड़ा’ मस्जिद में प्रयुक्त प्रस्तर खण्डों में किस नाटक के अंश अंकित है
– हरकेलि नाटक के (विग्रहराज रचित )
दिल्ली में मेहरौली के पास स्थित प्रसिद्ध कुतुबमीनार का निर्माण कार्य पूरा किया गया था
– इल्तुतमिश द्वारा
किस विश्व विरासत स्थल में इल्तुतमिश की कब्र है – कुतुबमीनार में
‘मदरसा-ए-मुइज्जी’ का निर्माण किसने करवाया था – इल्तुतमिश ने
जनता की शैक्षिक आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए ‘मदरसा-ए- नासिरी’ का निर्माण किसके शासनकाल में किया गया था – इल्तुतमिश के शासनकाल में
दिल्ली में सुल्तानगढ़ी का निर्माण किसने किया था – इल्तुतमिश ने
सुल्तानगढ़ी किसका मकबरा था – नासिरुद्दीन महमूद का मदरसा-ए-नासिरी का निर्माण किसके शासनकाल में हुआ – इल्तुतमिश के शासनकाल में
‘शुद्ध इस्लामी शैली’ में निर्मित भारत में प्रथम मकबरा कौन था – बलबन का मकबरा
किस सुल्तान ने ‘लाल महल’ नामक स्वयं का मकबरा बनवाया था – बलबन ने
प्रथम वास्तविक मेहराब किस सल्तनतकालीन स्मारक में दृशातीत है – बलबन के मकबरे में
अलाई दरवाजा का निर्माण किसने करवाया था
– अलाउद्दीन खिलजी ने
अलाई दरवाजा किस स्थान पर स्थित है दिल्ली में
अलाई दरवाजा किस विश्व विरासत स्थल में स्थित है – कुतुबमीनार के निकट
‘अलाई दरवाजा इस्लामी स्थापत्य कला के खजाने का सबसे सुन्दर नग है।’ यह किसका कथन है – मार्शल का
घोड़े के नाल के आकार की मेहराब सर्वप्रथम किसमें प्रयोग में लाई गई थी – अलाई दरवाजा में
अलाउद्दीन खिलजी के काल की सबसे सुन्दर इमारत कौन थी – अलाई दरवाजा
स्थापत्य कला में गुम्बद को आधार प्रदान करने के लिए सबसे पहले भित्ति मेहराब प्रणालियों का प्रयोग कहा किया गया था – अलाई दरवाजे में
दिल्ली में कुव्वत-उल-इस्लाम मस्जिद के दक्षिण प्रवेश द्वार अलाई दरवाजे का निर्माण किसके द्वारा करवाया गया था – अलाउद्दीन खिलजी द्वारा
‘भारत वर्ष में सच्चे गुम्बद वाला प्राचीनतम अवशिष्ट (इमारत) कौन-सा है- अलाई दरवाजा
दिल्ली के किस सुल्तान ने सीरी के दुर्ग की नींव डाली एवं उसे निर्मित किया था – अलाउद्दीन खिलजी ने
हौज-ए-सुल्तानी क्या है – एक बड़ा जलाशय है
‘हजार सितून’ महल किसने बनवाया था -अलाउद्दीन खिलजी ने
‘सीरी’ नगर की स्थापना किसने की थी -अलाउद्दीन खिलजी ने
दिल्ली के किस सुल्तान ने सीरी के दुर्ग की नींव डाली एवं उसेनिर्मित किया था – अलाउद्दीन खिलजी ने
चित्तौड़ का ‘कीर्तिस्तम्भ’ किसके शासनकाल में निर्मित हुआ था – राजा कुम्भा के
विजय स्तम्भ कहाँ पर स्थित है – चित्तौड़गढ़ में
तैमूर दिल्ली की वास्तुकला से इतना प्रभावित हुआ था कि वहअपने साथ भारत से शिल्पकार, राजमिस्त्री और निपुण कारीगरों को लेता गया, ताकि वह उनसे उसी प्रकार की इमारतें कहाँ पर बनवा सके – अपनी राजधानी समरकन्द में
तुगलक कालीन स्थापत्य के विषय में सत्य कथन हैं
1. तुगलक स्थापत्य के विशेष लक्षण हैं चौड़े आधार वाली दीवारें तथा भवनों के कोनों पर चौड़े आधार से ऊपर की ओर क्रमशः पतले होते हुए बुर्ज जिसके कारण मजबूती मिली
2.भवनों को अतिरिक्त तुगलक शासकों द्वारा प्रयोग में लाई जाने वाली भवन निर्माण सामग्री में नए उत्खनित अगनढ़ पत्थरों तथा गोलाश्म का बाहुल्य दिखता है
गियासुद्दीन तुगलक के मकबरे की क्या विशेषता है – इसकी दीवारे ढलवाँ हैं
किलायुक्त नगर तुगलकाबाद का निर्माण किसके द्वारा कराया गया था – गयासुद्दीन तुगलक द्वारा
किस नगर को ‘कुब्बतुल इस्लाम’ का नाम दिया गया था – देवगिरि को
‘तुगलकाबाद’ शहर का निर्माण किसके द्वारा करवाया गया था – गयासुद्दीन तुगलक द्वारा
किस शासक ने जहाँपनाह का निर्माण करवाया जो दिल्ली का चौथा नगर था – सुल्तान मुहम्मद बिन तुगलक ने
किस सुल्तान के दरबार में ही इसकी शिक्षा भी देते थे 1200 गायक थे, जो गाने के साथ
– मुहम्मद बिन तुगलक के दरबार में
फिरोज तुगलक द्वारा कौन-से नगर बसाए गए थे -जौनपुर, हिसार, फिरोजाबाद, फतेहाबाद, फिरोजपुर
मुहम्मद तुगलक के सम्मान में उसके उत्तराधिकारी फिरोज खाँ नेकिस एक नगर की स्थापना की थी – जौनपुर की
‘अटाला मस्जिद’ कहाँ पर स्थित है – जौनपुर में
अटाला मस्जिद और लाल दरवाजा मस्जिद को किस राज्य के शासकों ने बनवाया था
– जौनपुर के शासकों ने
कुतुबमीनार की पाँचवीं मंजिल का निर्माण
किसने करवाया था – फिरोजशाह तुगलक ने
अशोक के पाषाण स्तम्भों को किसने ‘स्वर्ण स्तम्भ’ कहा था – फिरोज तुगलक ने
कौन-सा स्मारक तुगलक कालीन ढलावदार दीवार तकनीकी के प्रयोग का अंतिम उदाहरण है – इसा खान का मकबरा
मकबरों की ‘अष्टभुजाकार’ आकृति मध्यकालीन भारत के किस वंश की विशेषता थी – लोदी वंश का
लोदी स्थापत्य के सम्बन्ध में सही है -अर्द्ध-डोमर का प्रयोग, एनामेल टाईटल्स, दोहरी दीवार
कला इतिहासकार पर्सी ब्राउन ने किस काल को ‘मकबरों का काल’ सम्बोधित किया है – सैय्यद व लोदी काल को
कौन प्रथम अष्टकोणीय मकबरे का उदाहरण है
– मकबूल तेलंगानी का मकबरा
किस सुल्तान ने आगरा नगर की स्थापना की थी
– सिकन्दर लोदी ने
मध्यकालीन भारत के किस शासक ने आगरा शहर की नींव रखी थी – सिकन्दर लोदी ने
वह कौन-सा सुल्तान था, जिसने 1504 में आगरा का निर्माण कराया और उसे अपनी राजधानी बनाया था – सिकन्दर लोदी
मोठ की मस्जिद किसके शासनकाल में बनी थी
-सिकन्दर लोदी के समय
भारत में सही दोहरा गुम्बद का पहला उपयोग किस इमारत में प्रमाणीकृत हुआ है – सिकन्दर लोदी का मकबरा
सिकन्दर लोदी का मकबरा किस प्रकार का है
– अष्टभुजीय प्रकार का
दिल्ली के कुछ नगरों की स्थापना का सही कालक्रम निम्न है- सीरी-तुगलकाबाद-जहाँपनाह-खिज्राबाद
निर्माण की दृष्टि से सही कालानुक्रम है
– कुतुबमीनार – तुगलकाबाद किला – लोदी गार्डेन -फतेहपुर सीकरी
भवनों के निर्माण का सही कालक्रम निम्न प्रकार है – अढ़ाई दिन का झोपड़ा – कुतुबमीनार -अलाई दरवाजा – लाल किला
सल्तनतकालीन कला एवं संगीत
सल्तनत काल में चित्रकला के प्रचलन का प्रारंभिक उल्लेख किस पुस्तक में मिलता है
-बैहाकी कृत गजनवियों के इतिहास में
सल्तनतकालीन किन शासकों ने संगीत कला को संरक्षण प्रदान किया था – बलबन, जलालुद्दीन खिलजी, अलाउद्दीन खिलजी और मुहम्मद तुगलक
किस संगीत वाद्य को हिन्दू-मुस्लिम गान-वाद्यों का सबसे श्रेष्ठ मिश्रण माना गया है – सितार को
संगीत यंत्र ‘तबला’ का प्रचलन किसने किया था
-अमीर खुसरो ने
दक्षिण का प्रसिद्ध गायक गोपाल किस सुल्तान का समकालीन था – अलाउद्दीन खिलजी का
तुर्क अपने साथ कौन-से वाद्य यंत्र लाए
-रबाब और सारंगी
कौन-सा भारतीय वाद्य यंत्र भारतीय इस्लामी समन्वय का सर्वश्रेष्ठ उदाहरण है – सितार
संगीत-कला पर प्रसिद्ध ग्रन्थ’गुनयाल-उल-मुनयास’ की रचना कहाँ के शासकों के संरक्षण में हुई थी- जौनपुर के शासकों के संरक्षण में
संगीत कला के प्रसिद्ध ग्रन्थ ‘संगीत रत्नाकर’ की रचना किसने की थी – सारंगदेव ने
कौन-सा राजपूत राजा संगीत पर एक पुस्तक के लेखक के रूप में जाना जाता है – राणा कुम्भा