भौतिक विज्ञान वन लाइनर – 9

 

मृदा द्वारा जल के अवशोषण से संबंधित सिद्धांत है – केशिका क्रिया

 

सूती कपड़े पर जल की बूंद का फैलना किस क्रिया का उदाहरण है – केशिकत्व

 

भूमिगत जल का ऊपर चढ़ना किसका उदाहरण है – केशिकत्व

 

श्यानता का सामान्य अर्थ क्या होता है – द्रव का गाढ़ापन (जो द्रव जितने अधिक गाढ़े होते हैं, वे उतने ही अधिक श्यान होते हैं)

 

शहद और ग्लिसरीन की श्यानता पानी की तुलना में क्या होती – अधिक

 

द्रवों के विभिन्न परतों के बीच कौन-सा बल कार्य करता है – आन्तरिक स्पर्श रेखीय बल (Internal temgential force)

 

आन्तरिक स्पर्श रेखीय बल की प्रकृति क्या होती है – द्रवों के परतों के बीच होने वाली आपेक्षिक गति को नष्ट करना या विरोध करना

 

श्यान बल किस प्रकार का बल होता है – आन्तरिक स्पर्श रेखीय बल

 

सामान्य वायु में दौड़ना, जल में दौड़ने की अपेक्षा सुगम्य होता है क्यों – क्योंकि जल की श्यानता वायु से अधिक होती है।

 

श्यानता का गुण पदार्थ की किन-किन अवस्थाओं में पाया जाता है – द्रव व गैस अवस्था में (ठोस अवस्था में श्यानता का गुण नहीं पाया जाता है। क्योंकि परतों के बीच आपेक्षिक गति नहीं होती है)

 

द्रवों में श्यानता किन बलों के कारण होती है – ससंजक बलों के कारण

 

गैसों में श्यानता किनके कारण होती है – एक परत से दूसरे परत में अणुओं के स्थानान्तरण के कारण

 

गैसों में श्यानता, द्रवों की तुलना में क्या होती है – बहुत कम होती है

 

श्यानता पर ताप का क्या प्रभाव पड़ता है –

– द्रव की श्यानता घट जाती है

– गैसों की श्यानता बढ़ जाती है

 

एक आदर्श तरल की श्यानता क्या होती है – शून्य

 

सबसे अधिक श्यानता किसकी होती है – शहद की

 

तापमान में वृद्धि के साथ ग्लिसरीन की श्यानता पर क्या प्रभाव पड़ता है – कम हो जायेगी

 

धारा रेखीय प्रवाह (Streamline flow) किसे कहते हैं – द्रव के प्रत्येक कण प्रवाह के दौरान उसी बिन्दु से गुजरते हैं जिस बिन्दु से उसके पहले वाला कण गुजरा था

 

अविरतवा का सिद्धांत (Principle of Continuity) क्या होता है – जब आदर्श द्रव असमान अनुप्रस्थ परिच्छेद बाली नली में धारा रेखीय प्रवाह में हो, तो नली के प्रत्येक स्थान पर उसके अनुप्रस्थ परिच्छेद के क्षेत्रफल और द्रव के प्रवाह के वेग का गुणनफल सदैव नियत रहता है-

अर्थात् क्षेत्रफल (A) × वेग (v) = नियतांक

 

धारा रेखीय प्रवाह के अधिकतम वेग को क्या कहते हैं – क्रांतिक वेग (अर्थात धारा रेखीय प्रवाह के वेग की

उच्च सीमा, जिसके बाद द्रव का प्रवाह धारा रेखीय न

होकर विक्षुब्ध हो जाता है)

 

यदि द्रव प्रवाह का वेग, क्रांतिक वेग से कम है तो प्रवाह किस पर निर्भर करता है – द्रव की श्यानता पर

 

यदि द्रव प्रवाह का वेग, क्रांतिक वेग से अधिक है तो प्रवाह किस पर निर्भर करता है – द्रव के घनत्व घर

 

श्यानता या श्यानता गुणांक का S.I.मात्रक क्या होता है – डेकाप्यॉइज या प्वॉयजली या पास्कल सेकेण्ड

 

सीमान्त वेग की स्थिति में वस्तु का भार फिन बलों के योग के बराबर होता है – श्यान बल और उत्प्लावन बल के योग के बराबर 

 

पैराशूट की सहायता से सैनिक किस वेग से पृथ्वी पर उत्तरता है – सीमान्त वेग से

 

सीमान्त वेग (Terminal Velocity) क्या है – एक प्रकार का नियत वेग (जब कोई वस्तु किसी श्यान द्रव में गिरती है तो कुछ समय वस्तु का वेग एक समान हो जाता है)

 

यदि कोई आदर्श द्रव, एक धारा रेखीय प्रवाह में गति करता है। तो उसके मार्ग के प्रत्येक बिन्दू पर उसके एकांक आयतन की कुल ऊर्जा (दाब ऊर्जा, गतिज ऊर्जा एवं स्थितिज ऊर्जा) का योग क्या होगा – नियत होगा

 

वेन्दुरीमीटर से किसका मापन किया जाता है – किसी नली में द्रव के प्रवाह की दर

 

वेन्दुरीमीटर किस नियम पर कार्य करता है – बेरनौली प्रमेय पर

 

बरनौली प्रमेय के दैनिक जीवन में अनुप्रयोग निम्न है?

  • क्रिकेट गेंद का स्विंग करना
  • हवाई जहाज को ऊपर उठाने में
  • आँधी में टिन की छत का उड़ जाना
  • एटोमाइजर से फुहार का निकलना
  • समुद्र में एक ही दिशा में समान्तर गति से गतिमान दो जलयानों को निकट लाने पर उनका टकरा जाना
  • जब कोई ट्रेन प्लेटफार्म से गुजरती है तो प्लेटफार्म पर पड़ी बस्तु का ट्रेन की दिशा में गतिमान हो जाना

 

किसी सतह के एकांक क्षेत्रफल पर लम्बवत लगने वाला बल कहलाता है – दाब

 

बैरोमीटर क्या है – वायुमंण्डलीय दाब मापक यंत्र

 

स्थिर द्रव में स्थित किसी बिन्दु पर दाब प्रत्येक दिशा में क्या होता है – समान होता है

 

किसी बिन्दु पर द्रव का दाब निर्भर करता है उसके घनत्व पर

 

धनत्व अधिक होने पर दाब का मान क्या होगा – अधिक दाब होगा

 

द्रव-दाब संबंधी पास्कल का नियम – 

– द्रव के भीतर प्रत्येक बिन्दु पर दबाव समान होता है (गुरुत्वीय प्रभाव नगण्य होने पर)

– द्रव के किसी भाग पर आरोपित बल, द्रव द्वारा सभी दिशाओं में समान परिणाम में वितरित कर दिया जाता है