श्वेत वस्त्र, काले वस्त्रों की अपेक्षा ठंडे होते हैं – वे सम्पूर्ण प्रकाश को परावर्तित कर देते हैं
मानव के पसीने का मुख्य उपयोग होता है – शरीर का ताप नियंत्रित रखने हेतु
शरीर की सतह से स्वेदन (पसीना बहना) द्वारा जल की हानि निर्भर करती है – वातावरण के ताप व नमी पर
मिट्टी के घड़े में जल किस क्रिया द्वारा ठंडा रहता है – वाष्पीकरण क्रिया द्वारा
ग्रीष्मकाल में आर्द्र ऊष्मा का अनुभव होता है – जब मौसम उमस भरा होता है
शुष्कता दशा किससे संदर्भित होती है – निम्न आर्द्रता से
वायुमंडलीय दबाव का हमें अनुभव नहीं होता है क्यों – क्योंकि हमारा रक्त दाब (Blood Pressure), वायुमंडलीय दबाव से कुछ अधिक होता है
ऊंचाई बढ़ने के साथ-साथ जल के क्वथनांक बिन्दु का मान क्या होगा – घटेगा
शीत प्रकोष्ठ में भंडारित फल अधिक समय तक संरक्षित रहते हैं, क्यों – क्योंकि शीत प्रकोष्ठ में श्वसन की दर घटा दी जाती है
अशुद्धि मिलाने पर गलनांक एवं हिमांक के मान पर क्या प्रभाव होगा – कम हो जाएगा
कृष्ण पिंड (Black Body) से क्या तात्पर्य है – जो वस्तु अपने पृष्ठ पर आपतित सम्पूर्ण विकिरण को अवशोषित कर ले
किरचॉफ का नियम – ‘अच्छे अवशोषक ही अच्छे उत्सर्जक होते हैं’
न्यूटन का शीतलन नियम – ‘किसी वस्तु के ठंडे होने की दर बायु के ताप और परिवेश के ताप के बीच अन्तर के समानुपाती होता है’
ऊष्मागतिकी का प्रथम नियम इसे ऊर्जा संरक्षण का नियम भी कहते हैं – ‘किसी निकाय को दी जाने वाली ऊष्मा का कुछ अंश निकाय की आन्तरिक (∆U) ऊर्जा में वृद्धि करता है तथा शेष (W) परिवेश पर कार्य करता है’ अर्थात Q=∆u+w
किसी माध्यम या निर्वात में एक स्थान से दूसरे स्थान तक ऊर्जा का स्थानान्तरण क्या कहलाता है – तरंग सिद्धांत
तरंगें मुख्यतः कितने प्रकार की होती है – दो, यांत्रिक तरंगें, विद्युत चुम्बकीय तरंगें
यांत्रिक तरंगें संचरित होती है – किसी भौतिक माध्यम में ही
किन तरंगों के संचरण के लिए माध्यम में प्रत्यास्थता व जड़त्व के गुण मौजूद होने चाहिए – यांत्रिक तरंगों के
यांत्रिक तरंगों के उदाहरण है – ध्वनि तरंगें, भूकम्पीय तरंगें, जल तरंगें
यांत्रिक तरंगें कितने प्रकार की होती है – 2 प्रकार की (1. अनुप्रस्थ तरंगें 2. अनुदैर्ध्य तरंगें)
अनुप्रस्थ तरंगें (Transverse work) गति करती है – संचरण की दिशा के लम्बवत
अनुप्रस्थ तरंगें किस रूप में संचरित होती है – शीर्ष (Crest) व गर्त (Trough) के रूप में
अनुप्रस्थ तरंगें उत्पन्न होती है – केवल ठोस माध्यम में एवं द्रव के ऊपरी सतह पर (द्रव के भीतर एवं गैसों में ये तरंगें उत्पन्न नहीं की जा सकती हैं)
अनुदैर्ध्य तरंगें गति करती हैं – संचरण की दिशा के अनुरूप (अर्थात माध्यम के कणों की कम्पन करने की दिशा के अनुदिश या समान्तर)
कौन-सी तरंगें सभी माध्यम में उत्पन्न की जा सकती हैं – अनुदैर्ध्य तरंगें (अर्थात ठोस, द्रव एवं गैस)
अनुदैर्ध्य तरंगें किस रूप में संचरित होती है – संपीडन (Compression) और विरलन (Rarefaction) के रूप में
संपीडन व विरलन वाले स्थान पर माध्यम के दाब व घनत्व का मान क्या होता है – संपीडन वाले सथान पर अधिक व विरलन वाले स्थान पर कम
रेडियो तरंगें, एक्स तरंगें, प्रकाश तरंगें व ध्वनि तरंगें में से कौन यांत्रिक तरंग है – ध्वनि तरंगें
भूकम्पीय S-तरंगें किस तरह की तरंगें हैं – अनुप्रस्थ तरंगें
भूकम्पीय P-तरंगें किस तरह की तरंगें हैं – अनुदैर्ध्य तरंगें
कॉस्मिक किरणें (Cosmic Rays)
– ये विद्युत चुम्बकीय तरंगें नहीं होती
– ये सौर तंत्र से बाहर उत्पन्न हुई उच्च ऊर्जा विकिरण होती है
– ये उच्च ऊर्जा वाले आवेशिक कणों की बनी होती है
– इनकी तरंग दैर्ध्य बहुत छोटी होती है
दीर्घ रेडियो तरंगें वायुमंडल की किस सतह से परावर्तित होती हैं – आयन मंडल
बेतार के तार का सम्पर्क किस वायुमंडलीय परत द्वारा परावर्तित होता है – आइनोस्फीयर
कॉस्मिक किरणें होती हैं – आवेशित कण
दो उत्तरोत्तर श्रृंग अथवा दो उत्तरोत्तर गर्त के बीच की दूरी क्या कहलाती है – तरंगदैर्ध्य
ध्वनि तरंग से संबंधित सत्य कथन है – ठोस से गैसीय अवस्था में जाने पर ध्वनि की गति कम हो जाती है
ध्वनि की चाल का सही क्रम है – ठोस > द्रव > गैस
परा उच्च आवृत्ति (UHF) की तरंगें साधारणतः संचारित की जाती हैं – अन्तरिक्ष तरंगों के रूप में
क्रिस्टलों की संरचना का अध्ययन किया जाता है – एक्स किरणों के विवर्तन द्वारा
राडार प्रणाली में प्रयुक्त तरंगें होती हैं – रेडियो तरंगें
रात्रि दृष्टि के उपकरण हेतु किन तरंगों का उपयोग किया जाता है – अवरक्त तरंग
दूरसंचार के लिए प्रयुक्त तरंगें हैं – सूक्ष्म तरंगें (Microwave)
एफ.एम. प्रसारण सेवा में प्रयुक्त आवृत्ति बैंड का परास परिसर होता है – 88–108 मेगाहर्ट्ज के मध्य