पश्चिमी घाट तथा अरब सागर के तट के बीच निर्मित मैदान की क्या कहा जाता है – पश्चिमी तटीय मैदान
भारत के पश्चिमी तटीय मैदान के उत्तरी भाग को किस अन्य नाम से भी जाना जाता है – कोंकण तट
भारत का पश्चिमी तटीय मैदान किस राज्य में सर्वाधिक चौड़ा है – गुजरात में
कोंकण के तटीय मैदान पर कौन-से वन अधिक पाये जाते हैं – साल तथा सागवान के वन
कयाल (लैगून) किस तटीय मैदान में पाये जाते हैं – मालाबार के तटीय मैदान में
कन्नड़ के तटीय मैदान में मुख्य कृषि कौन-कौन सी है – सुपारी, नारियल तथा गरम मसाला आदि
पश्चिमी तटीय मैदान उदाहरण है – जलमग्न तटीय मैदानों के
पूर्वी घाट तथा बंगाल की खाड़ी के तट के बीच निर्मित मैदान को क्या कहा जाता है – पूर्वी तटीय मैदान
पूर्वी तटीय मैदान का विस्तार कहाँ तक है – स्वर्ण रेखा नदी से कन्याकुमारी तक
कृष्णा डेल्टा एवं केप कॉमोरिन के मध्य कौन-सा तट स्थित है – कोरोमण्डल तट
तमिलनाडु के किस तटीय शहर को ‘केप कॉमोरिन’ के नाम से जाना जाता है – कन्याकुमारी
तमिलनाडु का समुद्र तट क्या कहलाता है – कोरोमण्डल तट
तमिलनाडु व आन्ध्र प्रदेश के तट को किस नाम से जाना जाता है – कोरोमण्डल
पूर्वी तटीय मैदान में किस प्रकार की मिट्टी की प्रधानता है – चिकनी मिट्टी
पूर्वी तटीय मैदान में कौन-कौन सी झीलें स्थित हैं – चिल्का, कोल्लेरू एवं पुलिकट लैगून झील
ओडिशा के मैदान को अन्य किस नाम से जाना जाता है – ‘उत्कल का मैदान’
भारत के प्रायद्वीपीय पठार की आकृति कैसी है – त्रिभुजाकार
प्रायद्वीपीय पठार की औसत ऊँचाई कितनी है – 600-900 मीटर
प्रायद्वीपीय पठार का ढाल किस दिशा में है – उत्तर एवं पूर्व दिशा की ओर
भारत की सबसे प्राचीन भू-आकृतिक संरचना कौन-सी है – प्रायद्वीपीय पठार
प्रायद्वीपीय पठारी क्षेत्र कौन-सी भूक्रिया से सर्वाधिक प्रभावित होता है – अनावृत्तिकरण
दक्कन ट्रैप में किस प्रकार की मिट्टी का विकास हुआ है – काली मिट्टी
गोदावरी नदी किस पठारी क्षेत्र से अपवाहित होती है- दक्कन ट्रैप
सतमाला, अजंता, बालाघाट और हरिश्चंद्र पहाड़ियों का विस्तार किस पठारी क्षेत्र में है – दक्कन ट्रैप
कपास के उत्पादन की दृष्टि से सर्वाधिक महत्वपूर्ण पठारी क्षेत्र कौन-सा है – दक्कन ट्रैप
क्रिटेशियस युग के दौरान अत्यधिक ज्वालामुखी उद्गार से किस पठार का निर्माण हुआ – दक्कन ट्रैप का
कर्नाटक के पठारी क्षेत्र में पश्चिमी घाट से संलग्न पर्वतीय एवं पठारी क्षेत्र को क्या कहा जाता है – मलनाड
बाबा बूदान की पहाड़ियां किस पठार का भाग है – कर्नाटक के पठार का
कर्नाटक पठारी क्षेत्र की सबसे ऊँची चोटी कौन-सी है – मुल्लयानगिरी (मुलनगिरी)
कर्नाटक के पठारी क्षेत्र में औसत से अधिक ऊँचे मैदानी क्षेत्र को किन नामों से जाना जाता है – ‘मैसूर का पठार’ तथा ‘बंगलूरू का पठार’
‘रायल सीमा एवं तेलंगाना का पठार किन राज्यों में अवस्थित है – आंध्र प्रदेश एवं तेलंगाना में
कृष्णा नदी बेसिन के दक्षिण के पठारी क्षेत्र को क्या कहा जाता है – रायलसीमा का पठार
कृष्णा नदी बेसिन के उत्तर में स्थित पठारी क्षेत्र क्या कहलाता है – तेलंगाना का पठार
सिकन्दराबाद एवं हैदराबाद किस पठार के निचले भागों में स्थित है – तेलंगाना पठार
मेवाड़ पठार का विस्तार किन राज्यों में है – राजस्थान एवं मध्य प्रदेश में
अरावली पर्वत को मालवा के पठार से कौन-सी संरचना अलग करती है – मेवाड़ पठार
मेवाड़ का पठार किस नदी के अपवाह क्षेत्र के अन्तर्गत आता है – बनास नदी
मालवा के पठार का विस्तार मुख्यतः किस राज्य में है – मध्य प्रदेश
मालवा के पठार की संरचना किस चट्टान से निर्मित है – बेसाल्ट चट्टान
मालवा पठार को राजस्थान में क्या कहा जाता है – हड़ौती का पठार
मालवा पठार के उत्तर दिशा में कौन-सी पहाड़ियां अवस्थित है – ग्वालियर की पहाड़ियां
मालवा पठारी क्षेत्र किस कृषि के लिए सर्वाधिक उपयुक्त है – कपास की कृषि के लिए
चंबल, नर्मदा व तापी नदियाँ किस पठार की प्रमुख नदियाँ है – मालवा के पठार की
भारत का सर्वाधिक गली (खड्ड) अपरदित क्षेत्र कौन-सा है – मालवा पठार