प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अलीपुरद्वार, पश्चिम बंगाल में सिटी गैस वितरण परियोजना का शिलान्यास किया। उन्होंने इस क्षेत्र की सांस्कृतिक महत्वता और एकता पर जोर दिया, जो भूटान और असम से सटा हुआ है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि बंगाल का विकास भारत के भविष्य की नींव है और इसके लिए केंद्रीय सरकार लगातार बुनियादी ढांचे, नवाचार और निवेश पर काम कर रही है।
इस परियोजना के तहत अलीपुरद्वार और कूचबिहार में 2.5 लाख से अधिक घरों को स्वच्छ, सुरक्षित और सस्ती पाइप गैस प्रदान की जाएगी। यह एलपीजी सिलिंडर की चिंता को समाप्त करेगा और CNG स्टेशनों के विस्तार से हरे ईंधन की उपलब्धता बढ़ेगी।
2014 में केवल 66 जिलों में सिटी गैस सेवा उपलब्ध थी, आज यह नेटवर्क 550 से अधिक जिलों में फैल चुका है और गांवों तथा छोटे शहरों तक पहुंच चुका है। CNG का उपयोग सार्वजनिक परिवहन में वृद्धि कर रहा है, जिससे प्रदूषण में कमी आई है।
इस योजना के तहत 2016 में शुरू की गई योजना ने लाखों गरीब महिलाओं के जीवन में सुधार किया, जिससे उन्हें धुएं से मुक्त रसोई मिली और उनका स्वास्थ्य बेहतर हुआ।
उर्जा गंगा परियोजना: यह परियोजना भारत के पूर्वी राज्यों में गैस पाइपलाइनों के विस्तार का हिस्सा है, जिससे पश्चिम बंगाल और अन्य क्षेत्रों में गैस की उपलब्धता बढ़ी है और रोजगार के नए अवसर पैदा हुए हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत के विकास का सपना बिना बंगाल के पूरे नहीं हो सकता। उन्होंने राज्य में कई महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का उल्लेख किया, जैसे पुरवा एक्सप्रेसवे, दुर्गापुर एक्सप्रेसवे, कोलकाता मेट्रो का विस्तार, और न्यू जलपाईगुड़ी स्टेशन का आधुनिकीकरण।
यह सिटी गैस वितरण परियोजना न केवल गैस पाइपलाइन का काम है, बल्कि यह प्रगति की जीवनरेखा है, जो बंगाल के विकास को तेज करेगी।
इस परियोजना के तहत 19 CNG स्टेशनों का निर्माण किया जाएगा, जिससे पर्यावरण के अनुकूल और लागत-प्रभावी ईंधन आपूर्ति सुनिश्चित होगी, साथ ही रोजगार के अवसर भी मिलेंगे।
Source: PIB