पुणे स्थित फर्म को पानी के अंदर से लॉन्च किए जाने वाले यूएवी के विकास के लिए डीआरडीओ, नौसेना का अनुबंध मिला

 

रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने नौसेना के साथ मिलकर पुणे स्थित रक्षा निर्माण फर्म सागर डिफेंस इंजीनियरिंग को पानी के अंदर से लॉन्च किए जाने वाले मानव रहित हवाई वाहन (यूएलयूएवी) विकसित करने का अनुबंध दिया है।

 

भारत की पानी के अंदर की क्षमताओं को बढ़ाने के उद्देश्य से किए गए इस समझौते में एक यूएलयूएवी विकसित करने की बात कही गई है, जो एक पनडुब्बी से लॉन्च होगा और स्वायत्त रूप से संचालित होगा, साथ ही यह किसी अन्य चलती हुई नाव पर उतरने की क्षमता भी रखता है। यह डेटा एकत्र करने के लिए कैमरे, सोनार और अन्य सेंसर जैसी तकनीकों से भी लैस होगा।

 

यूएलयूएवी में उच्च सहनशक्ति और लंबी दूरी होगी, और इसलिए, इसमें एक बड़ा आश्चर्यजनक तत्व लाभ होगा, सागर डिफेंस ने एक प्रेस बयान में कहा। बयान में कहा गया कि इसे चलती हुई पनडुब्बी से जल्दी, सुरक्षित और स्वायत्त रूप से तैनात किया जा सकेगा।