पर्यावरण वन लाइनर – 6

 

यदि प्रदूषित पदार्थ को किसी अन्य स्थान पर ले जाकर उसका जैव उपचार किया जाए है, तो इस प्रक्रिया को क्या कहते हैं – बाह्य-स्थाने जैवोपचार 

 

प्रदूषकों को जड़ों व पत्तियों में संग्रहित कर जैबोपचार करना क्या कहलाता है – फाइटोनिष्कर्षण 

 

भारत की कौन सी नदी अपने प्रदूषकों के कारण जैविक मरुस्थल कहलाती है – दामोदर नदी

 

पेयजल में नाइट्रेट की मात्रा अधिक होने से बच्चों में कौन सा रोग हो जाता है – ब्लू-बेबी-सिण्ड्रोम अथवा मिथैनोग्लोबोनिमिया

 

सिगरेट के धुएँ में कौन से प्रमुख प्रदूषक पाए जाते हैं – कार्बन मोनोक्साइड व बेंजीन

 

ग्रीन मफलर  किस पर्यावरणीय समस्या से सम्बंधित है – ध्वनि प्रदूषण से

 

अधूरे प्रज्ज्वलन के कारण कार से कौन सी गैस निकलती है – कार्बन मोनोक्साइड

 

पॉलीथीन की थैलियों को नष्ट क्यों नहीं किया जा सकता है – पॉलीमर से निर्मित होने के कारण

 

भोपाल गैस त्रासदी में यूनियन कार्बाइड फैक्ट्री से किस गैस का रिसाव हुआ था – मिथाइल आइसोसाइनेट 

 

इन्सिनरेटर्स का प्रयोग किस लिए किया जाता है – कूड़े-कचरे को जलाने के लिए

 

भारत में जल प्रदूषण निवारण तथा नियंत्रण अधिनियम किस वर्ष लागू किया गया था – वर्ष 1974 में

 

कौन सा ईंधन न्यूनतम् वायु प्रदूषण करता है – हाइड्रोजन

 

सुपरसोनिक जेट विमानों से निकलने वाली कौन सी गैस ओजोन परत को क्षति पहुँचाती है – नाइट्रोजन ऑक्साइड

 

पार्थेनियम (Parthenium/गाजर घास) के पराग कणों से कौन सा रोग होता है – चर्म रोग एवं दमा

 

लाइकेन्स किस प्रकार के प्रदूषण के सबसे अच्छे संकेतक होते हैं – वायु प्रदूषण के

 

नाभिकीय ऊर्जा के उपयोग से किस प्रकार का प्रदूषण होता है – ऊष्मीय प्रदूषण 

 

इटाई-इटाई रोग किस धातु के कारण होता है – कैडमियम

 

शीशा रहित पेट्रोल में उचित आक्टेन मान प्राप्त करने के लिए क्या मिलाया जाता है – बेन्जीन, टाल्यून एवं जाइलीन

 

बेन्जीन के कारण कौन सा रोग होने की सम्भावना होती है – रक्त कैंसर

 

सिलीकोसिस तथा ऐसबेस्टोसिस नामक रोग किस प्रकार के धूल कणों से होते हैं – सिलिका तथा ऐसबेस्ट्स युक्त धूल कणों से

 

भूमिगत जल को प्रदूषित करने वाले प्रमुख प्रदूषक तत्व कौन से हैं – आर्सेनिक तथा फ्लोराइड

 

कोयला उद्योग में संलग्न व्यक्तियों को सामान्यता कौन सा रोग हो जाता है – न्यूमोकोनियॉसिस 

 

भारत में प्रायः सभी अपमार्जकों में किस पदार्थ की अधिकता पायी जाती है – फॉस्फेट की

 

किस उद्योग में संलग्न लोगों में बिसिनॉसिस रोग से ग्रस्त हो जाने का जोखिम रहता है – कपड़ा उद्योग

 

जल में कार्बनिक यौगिकों का मापन सामान्यतः किस पद्धति से किया जाता है – क्रोमैटोग्राफी से

 

ब्लैक फुट नामक रोग किस कारण होता है – पेयजल में आर्सेनिक की अधिकता के कारण

 

किस पादप को जलीय विषाक्त पदार्थों के अवशोषक के रूप में जाना जाता है – जलकुम्भी

 

ग्लोबल वॉर्मिंग के फलस्वरूप जलवायु में होने वाले परिवर्तन का मापन कैसे किया जाता है – रेडियो सक्रिय फोर्सिंग के द्वारा

 

जीरोडर्मा पिगमैनटोसम नामक रोग किस प्रकार के विकिरण के प्रति संवेदनशील व्यक्तियों को होता है – पराबैंगनी विकिरण

 

प्रथम तथा द्वितीयक सर्वाधिक महत्वपूर्ण वायु प्रदूषक किसे माना जाता है – क्रमशः कार्बनमोनॉक्साइड एवं सल्फर डाइऑक्साइड

 

‘क्रैकिंग गैस’ है – सल्फर डाइऑक्साइड

 

ओजोन परत सामान्यतः किस मण्डल में पायी जाती है – समताप मण्डल में

 

ग्रीन हाउस गैसों का प्रभाव क्रमशः किस अंश में प्रदर्शित होता है? -CO, (55%); CFC (24%); CH₁ (15%); N₂O (6.0%)

 

शीशा रहित पेट्रोल में उचित आक्टेन मान प्राप्त करने के लिए मिलाया जाता है – बेन्जीन, टाल्यून एवं जाइलीन

 

हरित डीजल में सल्फर की कितनी प्रतिशत मात्रा पायी जाती है – 0.001 प्रतिशत

 

हरित डीजल किस यूरो मानक का डीजल है – यूरो-4

 

एक माइक्रोमीटर से छोटे आकार वाले कणिकीय प्रदूषक को वायुमण्डल में फैलने से रोकने हेतु मुख्यतः किस यंत्र का प्रयोग किया जाता है – इलेक्ट्रोस्टैटिक प्रेसीपिटेटर

 

अम्लीय वर्षा के जल का पी.एच. मान होता है – 4.2 से कम

 

सिलीकोसिस तथा ऐसबेस्टोसिस नामक रोग किस प्रकार के धूल कणों से होता है – सिलिका तथा ऐसबेस्टस के धूल कणों से

 

भूमिगत जल के प्रमुख प्रदूषक तत्व कौन-से है – आर्सेनिक तथा फ्लोराइड

 

कोयला उद्योग में संलग्न लोगों को सामान्यतया कौन- सी बीमारी हो जाती है – न्यूमानोकॉसिस