गोलकृमि में किस प्रकार परिसंचरण तंत्र पाया जाता है – कोई नहीं (अभाव)
गोलकृमि (Round Worm) किस प्रकार लिंग पाया जाता है – अलग-अलग लिंग (Sex)
गिनीकृमि (Guinea Worm) एक सूत्रकृमि (Nematode) है। जिसका जंतु वैज्ञानिक नाम क्या है – ड्रेकनकुलस मेडिनेंसस
एनीलिडा संघ के जन्तुओं में किस प्रकार का शरीर पाया जाता है – खण्डित लम्बा एवं कृमि के आकार का
एनीलिडा संघ के जन्तुओं में किस प्रकार का अंग व अंग तंत्र पाया जाता है – पूर्ण विकास
केंचुआ, जोंक, नेरीस तथा पॉलीकोर्डियस किस संघ के अन्तर्गत आते हैं – एनीलिडा
किसमें त्वचीय श्वसन होता है – केंचुआ में
केंचुए के अग्रभाग पर मुख और क्या होता है – पुरामुख
किसे किसानों का मित्र तथा प्रकृति का हलवाहा (Nature’s Ploughman) कहा जाता है – केंचुआ को
एक परिपक्व कृमि में एक चौड़ी ग्रंथिल गोलाकार पट्टी चौदहें से सोलहवें खंड को घेरे रहती है उसे क्या कहते हैं – पर्याणिक (Clitellum)
लाल कृमियों में कौन-सी संरचना होती है। जो उनका भोजन पीसने में उनकी सहायता करती है – पक्वाशय (Gizzard)
दूसरों की तुलना में कौन बहुत धीरे गुणन करता है – कृमि
जन्तुओं का सबसे बड़ा समूह कौन-सा है – आर्थोपोडा संघ
लगभग दो तिहाई जाति पृथ्वी पर किस संघ के हैं – आर्थोपोडा के
आर्थोपोडा संघ में लगभग कितनी जातियाँ पाई जाती हैं – 9 लाख से अधिक
जीव विज्ञानियों ने पादप-जगत और प्राणि जगत की जातियों को बहुत बड़ी संख्या में ज्ञात किया है, ढूँढ निकाला है और पहचान लिया है। संख्या की दृष्टि से अब तक ढूँढे हुए और पहचाने हुए जीवों में सबसे अधिक संख्या किसकी है – कीटों की
आर्थोपोडा संघ के जन्तुओं में किस प्रकार का शरीर पाया जाता है – खण्डयुक्त त्रिस्तरीय
आर्थोपोडा संघ के जन्तुओं में किस प्रकार का तंत्रिका तंत्र पाया जाता है – पूर्ण विकसित
अधिकांश कीट श्वसन कैसे करते हैं – वातक तंत्र से (Tracheal System)