लेग हीमोग्लोबिन किसमें पाई जाती है – लेम्यूम मूल ग्रंथियों में
कैनौला (Canolla) मानव उपभोग के लिए उगाई गई विशिष्ट प्रकार की तिलहन सरसों (Oil seed Mustard) की किस्मों को निर्दिष्ट करता है। इन किस्मों की मुख्य विशेषता क्या है – इनके तेल में ईरुसिक अम्ल की बहुत अल्प मांत्रा होती है
मरुस्थलीय पौधों के जड़तंत्र किस प्रकार के होते हैं – काफी लम्बे
शुष्क जलवायु के भली-भाँति अनुकूलित पेड़-पौधों को क्या कहते हैं – मरुद्भिद
मरुभूमि के अधिकतर पादप क्या होते हैं – मांसल तथा स्थूल
पौधे, जो नमक युक्त मिट्टी में उगते हैं, उनको क्या कहते हैं – हैलोफाइट (Halophytes लवणोद्भिद)
एपिफाइट्स (अधिपादप) वे पौधे हैं, जो अन्य पौधों पर किए लिए निर्भर हैं – यांत्रिक अवलम्ब के लिए
हाइड्रोफाइट्स (जलोद्भिद) किसे कहते हैं – एक जलीय पौधे को
जल की अधिकतम मात्रा जिसकी पौधों को आवश्यकता होती है वह उसे अवशोषण किस माध्यम से करते हैं – जड़ों के बालों से
पौधों द्वारा ली गई विकीर्ण ऊर्जा कौन-सा परिणाम देती है – जल का प्रकाश अपघटन
स्थानीय वनस्पति का संग्रह क्या कहलाता है – हर्बेरियम
‘स्पांजी टिशू’ (स्पंजी ऊतक) एक ऐसी गम्भीर समस्या है। जिसके कारण आम की किस प्रजाति का निर्यात कुप्रभावित हो रहा है – अल्फांसो
जन्तु जगत अर्थात् एनीमेलिया में किसे शामिल किया गया है – सभी बहुकोशिकीय कशेरुकी तथा अकशेरुकी जीवों को
बिना कोशिका भित्ति वाले बहुकोशिकीय प्राणियों को किस समूह के अन्तर्गत रखा जा सकता है – एनीमेलिया
किसे मेटाजोआ (Metazoa) कहा जाता है – एनीमेलिया को
हाइड्रा, जेलीफिश, कृमि, सितारा मछली, सरीसृप, उभयचर, पक्षी तथा स्तनधारी जीव किस जगत के अन्तर्गत आते हैं – एनीमेलिया
प्रोटोजोआ संघ के जन्तु किस प्रकार के होते हैं – एक कोशिकीय, सूक्ष्म आकार के
प्रोटोजोआ संघ के जन्तुओं के शरीर पर ऊतक के स्थान पर क्या पाया जाता है – अंगक (Organ Celles)
अमीबा, एण्टअमीबा कोलाई, पैरामीशियम, लीशमैनिया- डोनोवानी किस संघ के अन्तर्गत आते हैं – प्रोटोजोआ