उद्घाटन: 6 जून 2025
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कटरा से श्रीनगर के बीच दो वंदे भारत ट्रेनें हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे।
- इससे 42 साल पुराना सपना पूरा होगा – कश्मीर को भारत के रेल नेटवर्क से जोड़ना।
चिनाब ब्रिज की मुख्य विशेषताएँ
- दुनिया का सबसे ऊँचा रेलवे पुल
- ऊँचाई: 359 मीटर (एफिल टॉवर से 35 मीटर ऊँचा)
- लंबाई: 1,315 मीटर
- 530 मीटर अप्रोच ब्रिज
- 785 मीटर डेक आर्च ब्रिज
- निर्माण लागत: ₹1,400 करोड़
- निर्माण क्षेत्र: बक्कल और कौरी के बीच, रेसी ज़िला (जम्मू-कश्मीर)
निर्माण में चुनौतियाँ
- भूकंप क्षेत्र – ज़ोन V (उच्च खतरे वाला इलाका)
- भूगर्भीय टूट-फूट और दुर्गम पहाड़ी क्षेत्र
- बिना रोड कनेक्टिविटी के भारी मशीनें पहुँचाना कठिन
- चिनाब नदी के प्रवाह को बिना रोके निर्माण करना पड़ा
कौन-कौन शामिल थे निर्माण में?
- कॉनकन रेलवे: परियोजना की निगरानी
- Afcons Infra + Ultra Construction (South Korea) + VSL India: निर्माण
- WSP (Finland) और Leonhardt (Germany): डिज़ाइन
- IISc बेंगलुरु: फाउंडेशन सुरक्षा डिज़ाइन
- IIT दिल्ली व रुड़की: भूकंपीय विश्लेषण
- DRDO: ब्रिज को ब्लास्ट-प्रूफ बनाने में सहयोग
निर्माण तकनीक और सामग्री
- 28,660 मीट्रिक टन स्टील का उपयोग
- SAIL: स्टील सप्लाई
- Mageba (Switzerland): विशेष बियरिंग्स
- Tekla Software: 3D मॉडलिंग
सुरक्षा और मजबूती
- जीवनकाल: 120 वर्ष
- स्पीड: 100 किमी/घंटा तक की ट्रेन गति संभव
- भूकंप प्रतिरोध: 8 रिक्टर स्केल तक
- ब्लास्ट प्रूफ: 40 टन TNT विस्फोट तक
- -20°C तापमान और 266 किमी/घंटा हवा को झेलने की क्षमता
- 1 पियर हटने के बाद भी ब्रिज चालू रह सकता है (30 किमी/घंटा गति पर)
Source: The Hindu