गुप्तोत्तर काल

 

वर्धन वंश की राजधानी थानेश्वर किस प्रदेश में स्थित है – हरियाणा में

 

मौखरि शासकों की राजधानी कहाँ थी – कन्नौज

 

कन्नौज किस प्रदेश में स्थित है – उत्तर प्रदेश में

 

‘नागानंद’ का रचनाकार कौन था – हर्षवर्धन

 

हर्ष के समय भारत यात्रा पर आये बौद्ध यात्री हवेनसांग का प्रवासकाल क्या था – 606 – 612

 

हर्षकालीन दरबारी कवि बाणभट्ट ने किन प्रसिद्ध पुस्तकों की रचना की – हर्षचरित एवं कादम्बरी

 

कवि बाणभट्ट कहाँ का निवासी था – थानेश्वर का

 

किस शासक के शासन के दौरान नालन्दा विश्वविद्यालय समृद्ध हुआ – हर्ष के           

 

‘प्रतापशील’, ‘हुण – हिरण केसरी’, ‘महाराजाधिराज’ नामक उपाधियाँ किसकी थी  – प्रभाकरवध की

 

चालुक्य राजा पुलकेशिन ‌द्वितीय को किसने पराजित किया था – नरसिंहवर्मन प्रथम ने

 

हर्ष एवं पुलकेशिन द्वितीय के मध्य हुए संघर्ष की जानकारी मिलती है – ऐहोल अभिलेख से

 

आज भी भारत में ह्वेनसांग की याद करने का मुख्य कारण है – ‘सी यु की’ की रचना

 

हर्षवर्धन के विजयी जीवन में एकमात्र पराजय देनेवाला पुलकेशिन द्वितीय कहाँ का शासक था – वातापी/बादामी के

 

किस चीनी यात्री को ‘वर्तमान शाक्य मुनि’ एवं ‘यात्रियों में राजकुमार’ कहा जाता है – हवेनसांग का

 

कुंभ मेला को प्रारंभ करने का श्रेय किसे दिया जाता है – हर्षवर्धन को

 

किसका कथन हैं ” भारत के लोग गर्म मिजाज के हैं, उन्हें जल्दी गुस्सा आता है, परन्तु ईमानदार

होते हैं ।’ – ह्वेनसांग का

 

गुप्तकाल के सर्वाधिक लोकप्रिय देवता कौन थे – विष्णु

 

सारनाथ के’ धमरेख स्तूप’ का निर्माण किस काल में हुआ – गुप्तकाल

 

‘घटी यंत्र’ ‘तुला यंत्र’ का प्रयोग होता था – खेत की सिंचाई में

 

हर्ष काल में भू-राजस्व की सीमा थी – 1/6 से 1/10

 

पुष्यभूति वंश की स्थापना किसने की – पुष्यभूति वर्धन ने

 

पुष्यभूति वंश किस कारण प्रसिद्ध हुआ – हूणों से संघर्ष के कारण

 

पुष्यभूति वंश का चौथा शासक कौन था – प्रभाकर वर्धन

 

प्रभाकर वर्धन के  पुत्र थे – राज्यवर्धन एवं हर्षवर्धन

 

प्रभाकर वर्धन की पुत्री का नाम क्या था – राज्यश्री

 

राज्यश्री का विवाह किससे हुआ – मौखरि वंश के गृहवर्मन से

 

प्रभाकर वर्धन के बाद कौन राजा हुआ – राज्यवर्धन

 

राज्यवर्धन प्रभाकर वर्धन की हत्या किसने की – गौड़ नरेश 

 

किस शासक ने अपना उपनाम ‘शिलादित्य’ रखा – हर्षवर्धन ने 

 

हर्षवर्धन  राजग‌द्दी पर कब बैठा – 606 ई.

 

हर्ष का दरबारी कवि कौन था – बाणभट्ट

 

हर्ष कितने वर्ष तक शासन किया – 41 वर्ष तक

 

हर्ष ने अपनी राजधानी कहाँ बनाई – कन्नौज में 

 

हर्षचरित्र किसके द्वारा लिखी गयी थी – बाणभट्ट द्वारा

 

हर्षवर्धन के समय में कौन सा चीनी तीर्थयात्री भारत आया था – ह्वेनसांग

 

किस व्यक्ति को ‘द्वितीय अशोक’ कहा जाता है  -कनिष्क को

 

वाकाटक राजवंश की स्थापना किसने की -विन्ध्यशक्ति ने – 630 ई. से 634 ई. के बीच.               

 

हर्ष और पुलकेशिन के बीच हुआ युद्ध किस नदी के तट पर लड़ा गया – नर्मदा (रेवा)

 

‘सकलोत्तरापथनाथ’ किसे कहा गया है – हर्षवर्धन को

 

हर्षवर्धन अपनी धार्मिक सभा कहाँ किया करता था – प्रयाग में 

 

राजपुत राजवंश

 

गहड़वाल शासकों को दूसरे किस नाम से जाना जाता है – काशी नरेश

 

गहड़वालों की राजधानी कहाँ थी – कन्नौज

 

चन्द्रदेव ने मुस्लिमों से कौन-सा कर वसूल किया  – तुरुष्क दण्ड नामक कर

 

गहड़वाल वंश का महानतम शासक कौन था – गोविन्द चन्द्र

 

गोविन्दचन्द्र का मंत्री कौन था – लक्ष्मीधर

 

लक्ष्मीधर ने कौन सी ग्रन्थ की रचना की  – कृत्यकल्पतरु ग्रन्थ की

 

गहड़वाल वंश का अंतिम शासक कौन था – जयचन्द

 

जयचन्द गद्दी पर कब बैठा -1170 ई. में

 

‘नैषेध चरित’ व ‘खण्डन खण्ड खाध’ के रचियता श्रीहर्ष किस शासक के राजकवि थे – जयचन्द

 

जयचन्द की पुत्री संयोगिता का अपहरण किसने किया – पृथ्वीराज चौहान तृतीय ने

 

मोहम्मद गोरी ने किस युद्ध में जयचन्द को पराजित कर हत्या कर दी – चंदावर के युद्ध में

 

चंदावर के युद्ध कब हुआ – 1193-94 ई. में

 

चंदावर के युद्ध किसके साथ हुआ – जयचंद एवं मोहम्मद गोरी के बीच

 

श्रीहर्ष ने कौन-सी ग्रन्थ की रचना की – नैषध चरित

 

जयचन्द का पुत्र हरिश्चन्द किसके अधीन शासन करता था – मोहम्मद गौरी के

 

चौहान वंश की स्थापना किसने की – वासुदेव ने

 

चौहान वंश की स्थापना किस सदी में की गयी   -छठी सदी में

 

वासुदेव ने अपनी राजधानी कहाँ स्थापित किया -अहिक्षत्र में

 

चौहान वंश का पहला पूर्ण स्वतंत्र शासक कौन हुआ – वाक्पतिराज प्रथम

 

राजस्थान के अजमेर नगर की स्थापना किसने की – अजयपाल ने

 

अर्णेराज की हत्या किसने की – पुत्र जगदेव ने

 

अजयराज किस धर्म का विरोधी था – जैन धर्म का

 

चौहान वंश का सबसे प्रतापी शासक कौन था  -विग्रह राज चतुर्थ

 

विग्रहराज चतुर्थ की रचना कौन-सी है  -‘हरिकेलि’ नाटक

 

विग्रहराज चतुर्थ का दरबारी कवि कौन था -सोमदेव

 

सोमदेव ने कौन-सी ग्रन्थ की रचना की 

-ललित विग्रह’

 

चौहान वंश का अंतिम शासक कौन था – पृथ्वी राज तृतीय

 

गोरी को 1178 ई. में किसने हराया था – गुजरात के चालुक्य शासक मूलराज द्वितीय ने

 

चंदेल शासक परमार्दिदेव को किसने हराया जिसमें अल्ला एवं उदल भी मारे गये  

-पृथ्वीराज तृतीय ने

 

तराईन का प्रथम युद्ध कब हुआ – 1191 ई. में 

 

तराईन का प्रथम युद्ध किसके बीच हुआ था -पृथ्वीराज तृतीय एवं मोहम्मद गोरी के बीच

 

तराईन का प्रथम युद्ध में किसकी हार हुई

-मोहम्मद गोरी की

 

तराईन का द्वितीय युद्ध कब हुआ – 1192 ई. में  

 

तराईन का द्वितीय युद्ध में किसकी हार हुई -पृथ्वीराज चौहान तृतीय की

 

पृथ्वीराज चौहान का दरबारी कवि कौन था -चन्दबरदाई

 

चन्दबरदाई ने किस ग्रन्थ की रचना की  -पृथ्वीराज रासो

 

प्राचीन भारत का प्रथम हिन्दी कवि किसे कहा जाता है – चन्दबरदाई को

 

हिन्दी भाषा का प्रथम महाकाव्य किसे कहा जाता है – पृथ्वीराज रासो

 

‘पृथ्वीराज विजय की रचना की गई – राजकवि जयनक द्वारा

 

रणथम्भौर के जैन मंदिर का शिखर किसने बनवाया – पृथ्वीराज चौहान ने

 

परमार वंश का संस्थापक कौन था – उपेन्द्र (कृष्णराज)

 

परमारों की राजधानी कहाँ थी – उज्जैन

 

परमार वंश का प्रथम स्वतंत्र एवं प्रतापी शासक कौन था – सीयक

 

प्रारम्भिक परमार किसके सामन्त थे – राष्ट्रकूटों के 

 

परमार शासक मुञ्ज ने किसको हराया था – हुणों को

 

परमार शासक मुञ्ज ने चालुक्य शासक तैल द्वितीय को कितने बार पराजित किया था -छः बार

 

सिन्धुराज कब गद्दी पर बैठा – 995 ई. में

 

सिन्धुराज ने कौन-कौन सी उपाधि धारण की थी – कुमार नारायण एवं साहसांक की

 

मुञ्ज ने कौन-कौन सी उपाधि धारण की थी   -श्री बल्लभ, पृथ्वी बल्लभ एवं अमोघवर्ष की

 

धार नगरी को किसने स्थापित किया – राजा भोज 

 

भोज परमार ने कौन-कौन-से मंदिरों का निर्माण कराया – केदारेश्वर, सोमेश्वर, सोमनाथ, रामेश्वर  

 

भोज को किस उपनाम से जाना जाता है – कविराज

 

भोज के समय साहित्य का मक्का किसे कहा जाता था – धार को

 

चंदेल वंश का संस्थापक कौन था – नान्नुक

 

चंदेलों की प्रारम्भिक राजधानी कहाँ थी -खजुराहो

 

खजुराहों के प्रसिद्ध चतुर्भुज मंदिर का निर्माण किसने कराया – यशोवर्मन ने

 

चंदेल वंश का सबसे प्रसिद्ध राजा कौन हुआ -विधाधर

 

यशोवर्धन ने अपनी राजधानी कहाँ बनाई  -महोबा में 

 

प्रतिहार राजा देवपाल को किसने हराया – ने

 

धंगदेव ने कहाँ जल समाधि ले ली थी  -प्रयाग संगम में

 

धंगदेव द्वारा निर्मित मंदिर कौन-कौन से हैं -विश्वनाथ,वैद्यनाथ तथा जिन्ननाथ

 

चंदेल शासकों द्वारा बनवाये गये मंदिर कहाँ हैं  -खजुराहों में

 

शाही वंश की सहायता के लिए महमूद गजनवी के विरुद्ध सेना किसने भेजी – गंडदेव ने

 

चंदेल वंश का अंतिम शासक कौन था  -परमार्दिदेव

 

सोलंकी वंश की स्थापना कब हुई – 942 ई. में

 

सोलंकी वंश की स्थापना किसने की – मूलराज प्रथम ने

 

सोलंकी वंश की राजधानी कहाँ थी – अन्हिलवाड़ में

 

कलचुरी वंश को अन्य किस नाम से जाना जाता है – हैहय

 

कलचुरी के चेदी राजाओं को किस रूप में जाना जाताहै – डाहल मण्डल के राजा के रूप में

 

कोक्कल प्रथम किससे वैवाहिक सम्बन्ध स्थापित किया – चंदेल तथा राष्ट्रकूट शासकीय वंशों से

 

चंदेल राजा त्रिलोक्य वर्मन ने कलचुरियों को पराजित कर किस पर अधिकार कर लिया? डाहल मण्डल पर

 

‘कलिंगाधिपति’ की उपाधि किसने धारण की थी – कर्णदव ने

 

सामन्त सेन का उत्तराधिकारी कौन हुआ – विजय सेन

 

सेन वंश की राजधानी कहाँ थी – लखनौती 

 

विजय सेन का उत्तराधिकारी कौन हुआ -बल्लाल सेन

 

बल्लाल सेन द्वारा रुचित प्रचलित ग्रंथ है -दानसागर एवं अदभूत सागर

 

बल्लाल सेन किस प्रथा को बढ़ावा दिया  – जाति प्रथा एवं कुलीन प्रथा को

 

‘आर्य सप्तसती’ की रचना किसने की – गोवर्धन ने

 

गहड़वाल वंश की स्थापना कब हुई – 1080-85 ई. में

 

गहड़वाल वंश का संस्थापक कौन था – चन्द्रदेव

 

‘विक्रमादित्य’ की उपाधि किसने धारण की थी  -गंगेय देव ने

 

कलचुरी वंश का महानतम शासक कौन था  -गंगेय देव ने

 

किस शासक ने कलिंजर के अजेय दुर्ग का निर्माण करवाया – धंगदेव ने  

 

तोमर वंश का संस्थापक कौन था – अनंगपाल तोमर

 

तोमर वंश की स्थापना कब की गयी – 736 ई. में

 

दिल्ली की स्थापना किसने की थी – अनंगपाल तोमर ने

 

तोमरों की राजधानी कहाँ थी – ढिल्लीका (दिल्ली)

 

तोमर वंश का सामन्ती सरदार कौन था – राजा जौला

 

तोमर किस धर्म के अनुयायी थे – वैष्णव धर्म

 

सिसोदिया वंश किस कुल से थे – राजपूत सूर्यवंशी कुल से

 

सिसोदिया वंश का शासन कहाँ था – मेवाड़

 

सिसोदिया वंश की राजधानी कहाँ थी – चित्तौड़

 

विजय स्तम्भ का निर्माण किसने कराया – राणा कुम्भा ने

 

विजय स्तम्भ कहाँ स्थित है – चित्तौड़गढ़ में  

 

राजा कुम्भा सबसे ज्यादा शौकीन था – संगीत का

 

खतौली का युद्ध किसके बीच हुआ था – राणा सांगा एवं इब्राहिम लोदी के बीच (1518 ई. में)  

 

सिसोदिया वंश का सबसे प्रतापी शासक कौन हुआ – महाराणा प्रताप

 

1576 ई. का प्रसिद्ध हल्दीघाटी युद्ध किसके बीच हुआ था – अकबर और महाराणा प्रताप के बीच

 

महाराणा प्रताप का पराक्रमी सेनापति कौन था   -झाला सरदार

 

महाराणा प्रताप के घोड़े का नाम क्या था – चेतक

 

लक्ष्मण सेन कब गद्दी पर बैठा -1178 ई. में

 

लक्ष्मण सेन का दरबारी कवि कौन थे – जयदेव

 

विजय सेन कौन सा धर्म का अनुयायी था – शैव धर्म का

 

देवपाड़ा में झील एवं शिव का मन्दिर का निर्माण किसने करवाया – विजय सेन ने

 

लक्ष्मण सेन का न्यायाधीश तथा मन्त्री कौन था   -हलायुद्ध

 

जयदेव रचित ग्रंथ है – गीतगोविन्द

 

सेन वंश के संस्थापक सामन्त सेन और किस नाम से जाना जाता है – ब्रह्मक्षत्रिय

 

पवनदूत किसने लिखी है – धोयी

 

विजय सेन के गुणगान में ‘विजय प्रशस्ति’ किसने लिखी – श्रीहर्ष ने 

 

सेन वंश की स्थापना किसने और कहाँ की गई -सामन्त सेन ने, राढ़ में

 

मूलराज प्रथम किस धर्म को मानता था – शैव धर्म को

 

महमूद गजनवी के आक्रमण के समय गुजरात का शासक कौन था – भीम प्रथम

 

भीम प्रथम ने आबू पर्वत को किससे छीना था   -परमारों से

 

अहमदाबाद की स्थापना किसने की – कर्ण ने

 

जयसिंह कब गद्दी पर बैठा -1094 ई. में

 

जयसिंह ने कौन-सी उपाधि धारण की थी  -सिद्धराज की

 

प्रसिद्ध जैन आचार्य हेमचन्द्र सूरी किसके दरबार में रहते थे – जयसिंह के

 

सिद्धपुर का प्रसिद्ध रूद्रमहाकाल मंदिर का निर्माण किसने करवाया – जयसिंह सिद्धराज ने  

 

चालुक्य शासक कुमारपाल को जैन धर्म के प्रभाव में किसने लाया – हेमचन्द्र सूरी ने

 

सभी चालुक्य शासक किसके उपासक थे – शिव के

 

1178 ई. में आबू पर्वत के निकट मोहम्मद गोरी को किसने हराया  – मूलराज द्वितीय ने

 

गुजरात का अंतिम हिन्दू शासक कौन था – कर्ण द्वितीय

 

वस्तुपाल एवं तेजपाल किसके मंत्री थे – भीम द्वितीय के

 

माउण्ट आबू पर विमल का जैन मंदिर किसने बनवाया – विमलशाह, वस्तुपाल एवं तेजपाल ने 

 

किसने माउण्ट आबू पर्वत पर एक मण्डल का निर्माण कर अपने सातों पूर्वजों की गजारोही मूर्तियों की स्थापना की – जयसिंह

 

सिद्धराज ने मोढ़ेरा का सूर्य मंदिर किन राजाओं ने बनवाया – सोलंकी राजाओं ने

 

कलचुरी वंश का स्थापना कब हुआ – 875 ई० में

 

कलचुरी वंश का संस्थापक कौन था – कोक्कल प्रथम