इंडोनेशिया में ज्वालामुखी विस्फोट के बाद हाई अलर्ट, राख 5.5 किलोमीटर तक फैली

माउंट लेवोटोबी लाकी-लाकी की चेतावनी स्तर को सर्वोच्च श्रेणी में किया गया शामिल

इंडोनेशिया के पूर्वी क्षेत्र फ्लोरेस द्वीप पर स्थित माउंट लेवोटोबी लाकी-लाकी ज्वालामुखी में लगातार हो रहे विस्फोटों के चलते अधिकारियों ने खतरे के स्तर को सबसे उच्च श्रेणी में पहुंचा दिया है। यह दो शिखरों वाला ज्वालामुखी रविवार को आठ बार फटा, जिससे लगभग 3 किलोमीटर से लेकर 5.5 किलोमीटर तक ऊंचे राख के गुबार आकाश में फैल गए। सोमवार दोपहर एक और विस्फोट हुआ, जिससे करीब 5 किलोमीटर (16,400 फीट) तक राख का गुबार उठकर उत्तर और उत्तर-पश्चिम दिशा में फैल गया।

विज्ञान एजेंसी का बयान

इंडोनेशिया की ज्वालामुखी विज्ञान एजेंसी के प्रमुख मुहम्मद वाफिद ने पुष्टि की कि ज्वालामुखी गतिविधि अत्यधिक बनी हुई है। उन्होंने बताया, “हमारे विश्लेषण के अनुसार, माउंट लेवोटोबी लाकी-लाकी अभी भी बहुत सक्रिय है और हमने रविवार रात 8 बजे से इसका खतरे का स्तर बढ़ा दिया है।” वाफिद ने चेतावनी दी कि आने वाले समय में और भी शक्तिशाली विस्फोट हो सकते हैं।

निष्कासन क्षेत्र का विस्तार

अधिकारियों ने ज्वालामुखी के गड्ढे के चारों ओर निष्कासन (exclusion) क्षेत्र को बढ़ाकर 6 किलोमीटर के दायरे तक कर दिया है और आसपास के निवासियों को क्षेत्र से सावधानीपूर्वक बाहर निकलने और भारी वर्षा के दौरान “ठंडी लावा” (cold lava) के बहाव से सतर्क रहने की सलाह दी गई है। ठंडी लावा ज्वालामुखी राख और वर्षा का मिश्रण होता है जो नदियों में बाढ़ और मिट्टी के कटाव का कारण बन सकता है।

भारी राख और भूकंपीय गड़गड़ाहट

इंडोनेशिया की भूगर्भीय एजेंसी द्वारा जारी की गई तस्वीरों में ज्वालामुखी से निकले गहरे ग्रे रंग के घने राख के बादल स्पष्ट दिखाई दे रहे हैं, जिनके साथ-साथ अलग-अलग तीव्रता की गड़गड़ाहट भी सुनाई दी।

हवाई यात्रा पर असर की आशंका

हालांकि अब तक किसी भी उड़ान को रद्द नहीं किया गया है और न ही बड़े स्तर पर लोगों की निकासी की खबर है, लेकिन डार्विन (ऑस्ट्रेलिया) स्थित वोल्कैनिक एश एडवाइजरी सेंटर (VAAC) ने रेड अलर्ट जारी किया है। यह संकेत करता है कि ज्वालामुखी से भारी मात्रा में राख निकल रही है, जिससे हवाई यात्रा पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है।

इंडोनेशिया, जो कि “रिंग ऑफ फायर” (भूकंपीय रूप से सक्रिय क्षेत्र) में स्थित है, में अक्सर ज्वालामुखी विस्फोट होते हैं। माउंट लेवोटोबी लाकी-लाकी की यह ताजा गतिविधि ना केवल स्थानीय निवासियों के लिए खतरे का संकेत है बल्कि क्षेत्रीय हवाई यातायात और पर्यावरण पर भी इसका गंभीर प्रभाव पड़ सकता है। प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने और सुरक्षा निर्देशों का पालन करने की अपील की है।

Source: Business Standard