भारत में चलाये गये खिलाफत आन्दोलन का प्रमुख कारण क्या था – तुर्की में खलीफा पद को इंग्लैण्ड द्वारा समाप्त किया जाना
वर्ष 1919 में दिल्ली में आयोजित अखिल भारतीय खिलाफत कमेटी की अध्यक्षता किसके द्वारा की गयी – महात्मा गांधी
खिलाफत आन्दोलन के प्रमुख नेता कौन थे – शौकत अली, मुहम्मद अली
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने पहला असहयोग आंदोलन किस वर्ष प्रारम्भ किया था – वर्ष 1920 में
वर्ष 1920 के नागपुर अधिवेशन में असहयोग आन्दोलन के प्रस्ताव को किसने प्रस्तावित किया था – सी.आर. दास ने
असहयोग आंदोलन के दौरान किस व्यक्ति ने अपनी वकालत छोड़ दी थी – चितरंजन दास ने
स्वराज का नारा गांधी जी ने कब दिया था – असहयोग आंदोलन के समय
असहयोग आन्दोलन के दौरान महात्मा गांधी ने कैसर-ए-हिन्द को उपाधि त्याग दी थी।
वर्ष 1921-22 के असहयोग आदोलन का मुख्य परिणाम क्या था – हिन्दू-मुस्लिम एकता
महात्मा गाँधी द्वारा चलाया गया प्रथम जन आंदोलन कौन सा था – असहयोग आंदोलन
असहयोग आंदोलन के दौरान विदेशी वस्त्रों को जलाए जाने पर किसने महात्मा गाँधी को लिखा कि यह निष्ठुर बर्बादी है – रवींद्रनाथ टैगोर ने
आन्दोलन वापस ले लिया। चौरी-चौरा की घटना के समय महात्मा गांधी कहाँ पर थे – बारदोली में
असहयोग आंदोलन कब समाप्त हुआ – वर्ष 1922
स्वराज पार्टी को किसने स्थापित किया था – सी.आर. दास तथा मोतीलाल नेहरू
स्वराज पार्टी के गठन के लिए किस कांग्रेस-अध्यक्ष ने पद से त्याग पत्र दिया था – 1सी.आर. दास
देशबंधु के नाम से कौन प्रसिद्ध है – चितरंजन दास
स्वराज पार्टी का गठन किस आंदोलन की असफलता के पश्चात् हुआ – असहयोग आंदोलन
नवम्बर, 1924 में महात्मा गांधी, सी. आर. दास तथ मोतीलाल नेहरू के मध्य एक महत्वपूर्ण समझौता हुआ, जिस जाना जाता है – गांधी-दास पैक्ट
दिसम्बर, 1929 में कांग्रेस के लाहौर अधिवेशन की अध्यक्षता किसके द्वारा की गयी थी – जवाहर लाल नेहरू
पूर्ण स्वराज का प्रस्ताव कांग्रेस के लाहौर अधिवेशन में किस वर्ष पारित किया गया था – 1929 में
कांग्रेस कार्य समिति द्वारा पूर्ण स्वाधीनता दिवस किस दिन मनाया गया – 26 जनवरी, 1930
नेहरू रिपोर्ट कांग्रेस के किस अधिवेशन में निरस्त घोषित कर करदी गई – लाहौर अधिवेशन, 1929